रक्षाबंधन का यह पवित्र त्यौहार भाई-बहन के प्यार का प्रतीक माना जाता है। इस त्योंहार में बहन अपने भाई को राखी बांधकर रक्षा का वचन लेती हैं। यह त्योंहार भाई-बहन के प्यार को जताने का त्योंहार हैं और यही वजह है कि सभी इस दिन का बेसब्री से इन्तजार करते हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि आपकी बाँधी गई राखी अगर वास्तु सम्मत होगी तभी उसमें शक्ति आएगी, अन्यथा उसका फल इतना नहीं मिल पाता हैं। जी हाँ, वास्तु के अनुसार बाँधी गई राखी मुसीबतों से छुटकारा दिलाती हैं। तो आइये जानते हैं राखी बांधते समय किन वास्तु संगत बातों का ध्यान रखा जाए।
* बाजार में कई तरह की राखियां मिलती हैं जिनमे साधारण और चमकदार राखियां शामिल होती है। लेकिन वास्तु के अनुसार नेचुरल चीज़ो से बनीं हुई राखियां ही भाई की कलाई पर बांधना चाहिए।
* वैसे तो बाजार में हर तरह की रंग-बिरंगी राखियां मिलती हैं लेकिन एक बात हमेशा ध्यान में रहे कभी भी आप अपने भाई को काले रंग की राखी भूलकर भी ना बांधे। वास्तु के अनुसार लाल, पिली, नारंगी और लाल रंग की राखी बांधना शुभ मना जाता है।
* वास्तु में दिशा बहुत मायने रखती है। ऐसे में आप जब भी अपने भाई को राखी बांधे तो उस समय आप अपने भाई का मुंह उत्तर पूर्व या पूर्व दिशा की तरफ करके बैठाए। इससे आपके रिश्ते में हमेशा ही सकारात्मकता बनीं रहेगी। एक बात हमेशा ध्यान में रखना कि उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ मुंह करके राखी बंधवाना अशुभ माना जाता है।
* हमेशा राखी बांधते समय सभी खिड़की और दरवाजे खोलकर रखे ताकि सकारत्मक ऊर्जा का प्रवेश आपके घर में होता रहे।
* अगर आप अपने भाई या बहन को कोई गिफ्ट देना चाहते हैं तो कभी भी उन्हें नुकीली और कांटे वाली चीज़ गिफ्ट ना करे।