इन पंडितों द्वारा कराई गई पूजा बनाती है पाप का भागीदार

हिन्दू धर्म में पूजा-ध्यान का बड़ा महत्व हैं। कोई भी त्योंहार या शुभ उपलक्ष्य में देवी-देवताओं की पूजा तो की ही जाती हैं। पूजा करवाते समय हम कई चीजों का ध्यान रखते हैं जैसे मूर्हत, जगह, सफाई, सामग्री आदि। लेकिन पूजा के लिए पंडित को चुनते समय सावधानी नहीं बरतते हैं। जबकि गरुड़ पुराण के अनुसार पूजा के लिए पंडित चुनते समय भी कई बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है अन्यथा पूजा का उचित फल प्राप्त नहीं हो पाता हैं। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं उन पंडितों के बारे में जिनसे पूजा करवाने से बचना चाहिए। तो आइये जानते हैं ऐसे पंडितों के बारे में।

* जादू-टोना या झाड़-फूंक करने वाले पंडित से कभी भी यज्ञ, पूजा या श्राद्ध कर्म नहीं करवाना चाहिए। अगर श्राद्ध कर्म के लिए इसे पंडित का चुनाव कर लिया जाता है, तो पितरों को नरक की प्रप्ति होती है।

* बकरी पालने वाला, चित्रकार, वैद्य और ज्योतिषी- इन चार प्रकार के पंडियों या ब्राह्मणों से पूजा नहीं करनी चाहिए, वरना उस पूजा का लाभ नहीं मिलता है।

* काना, गूंगा, मूर्ख, बहुत क्रोध करने वाला, काले दांतों वाला, जो दिखने में भयंकर हो ऐसे ब्राह्मणों से यज्ञ, पूजा या श्राद्ध कर्म करवाने की मनाई है।

* पापियों से दोस्ती रखने वाले और शनि का दान लेने वाले पंडित से भूलकर भी पूजा या यज्ञ नहीं करवाना चाहिए।

* हमेशा दूसरों का धन लेने वाला, झूठ बोलने वाला, हिंसा करने वाला, इन पंडितों या ब्राह्मणों से कभी भी पूजा नहीं करवानी चाहिए वरना इनके दोष हमें भी लग जाते हैं।

* हमेशा स्त्री के वश में रहने वाला, दूसरों की स्त्री के साथ संबंध रखने वाला, स्त्रियों पर बूरी नजर डालने वाला ऐसे स्वभाव के पंडितों से पूजा करवाने पर पाप लगता है।

* हमेशा दूसरों की निंन्दा करने वाला, नशा करने वाला इस प्रकार के पंडितों या ब्राह्मणों से पूजा, यज्ञ या श्राद्ध कर्म करवाने पर नरक की प्राप्ति होती है।

* काना, गूंगा, मूर्ख, बहुत क्रोध करने वाला, काले दांतों वाला, जो दिखने में भयंकर हो ऐसे ब्राह्मणों से यज्ञ, पूजा या श्राद्ध कर्म करवाने की मनाई है।

* सोना या सोने के गहने बेचने वाले पंडित से पूजा या यज्ञ करवाना गलत माना गया है।