नवरात्रि के इस पावन पर्व में मातारानी के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती हैं और आज का दिन मां दुर्गा के स्वरुप महागौरी को समर्पित हैं। सुंदर, अति गौर वर्ण होने के कारण इन्हें महागौरी कहा जाता है। आज किया गया मातारानी का पूजन भक्तों के जीवन का कल्याण करता हैं। ऐसे में इसका पूर्ण फल पाने के लिए पूजन के साथ माता की आरती कर उन्हीं प्रसन्न किया जा सकता हैं। इसलिए आज हम आपके लिए मां महागौरी की आरती लेकर आए हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
महागौरी माता की आरती
जय महागौरी जगत की माया। जया उमा भवानी जय महामाया।।
हरिद्वार कनखल के पासा। महागौरी तेरा वहां निवासा।।
चंद्रकली और ममता अंबे। जय शक्ति जय जय मां जगदंबे।।
भीमा देवी विमला माता। कौशिकी देवी जग विख्याता।।
हिमाचल के घर गौरी रूप तेरा। महाकाली दुर्गा है स्वरूप तेरा।।
सती ‘सत’ हवन कुंड में था जलाया। उसी धुएं ने रूप काली बनाया।।
बना धर्म सिंह जो सवारी में आया। तो शंकर ने त्रिशूल अपना दिखाया।।
तभी मां ने महागौरी नाम पाया। शरण आनेवाले का संकट मिटाया।।
शनिवार को तेरी पूजा जो करता। मां बिगड़ा हुआ काम उसका सुधरता।।
भक्त बोलो तो सोच तुम क्या रहे हो। महागौरी मां तेरी हरदम ही जय हो।।