दीपावली के दिन झाड़ू खरीदना होता है शुभ, आइयें जानतें है झाडू से जुड़े कुछ टोटको के बारें में !

दिवाली के दिन झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि दिवाली के दिन झाड़ू खरीद कर इसे पूजा के बाद अगले दिन से इस्तेमाल करना चाहिए। झाड़ू के सही इस्तेमाल से घर के कई वास्तु दोष दूर होते हैं। यही नहीं इससे जुड़ी कुछ मान्यताएं हैं। धार्मिक मान्यताओं की मानें तो झाड़ू का अपमान करने से मां लक्ष्मी का अपमान होता है। आइए जानते हैं झाड़ू से जुड़ी कुछ ऐसे ही धार्मिक मान्यताओं के बारे में:

# दिवाली के दिन अगर स्थाई लक्ष्मी का वास चाहिए तो मंदिर में शुभ मुहूर्त में झाड़ू दान करनी चाहिए।

# कहा जाता है कि जाने-अनजाने में झाडू पर पैर ना रखें, कहा जाता है की इससे महालक्ष्मी का अपमान होता है और झाडू को हमेशा साफ रखें।

# मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के अपने घर के आसपास के किसी मंदिर में ब्रह्म मुहूर्त (सुबह सूर्योदय के समय) में तीन झाडूओं का गुप्त दान (बिना किसी को बताए) करें। मंदिर में झाडू दान करने के पहले शुभ मुहूर्त अवश्य देख लें।

# यदि अपने घर के बाहर हर रोज रात के समय दरवाजे के सामने झाड़ू रखते हैं तो इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती है। ये काम केवल रात के समय ही करना चाहिए। दिन में झाड़ू छिपा कर रखें।

# एक बात का ध्यान रखे की जब आप घर में झाड़ू फेरे तो वो गीली नही होनी चाहिए किसी भी गीली जगह पर झाड़ू ना फैरे। अगर आप गीली जगह पर झाड़ू फेरते है तो हो सकता है आपकी घर में घन वर्षा ना हो या थोड़ी कम हो जाए।

# जब भी किसी नए घर में प्रवेश करें, उस समय नई झाड़ू लेकर ही घर के अंदर जाना चाहिए। यह शुभ शकुन माना जाता है। इससे नए घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहेगी।

# हो सके तो शनिवार के दिन अपनी झाडू को बदल दें और शनिवार के दिन अपने घर में अच्छे से साफ-सफाई करें। ऐसा करने से महालक्ष्मी कृपा सदैव आप पर बनी रहेगी।

# अगर कोई बच्चा घर में अचानक झाड़ू लगा रहा है तो समझना चाहिए अनचाहे मेहमान घर में आने वाले हैं।

# कोई भी सदस्य किसी खास कार्य के लिए घर से निकला हो तो उसके जाने के तुरंत बाद घर में झाड़ू नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने पर उस व्यक्ति को असफलता का सामना करना पड़ सकता है।

# अपने घर के मुख्य दरवाजे के पीछे छोटी झाडू को टांग कर रखना चाहिए। इससे लक्ष्मी मां की कृपा बनी रहेगी और घर में सुख,शांति और समृद्धि बनी रहती है।