माघ मास में आने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। मौनी अमावस्या के दिन को बहुत महत्वपूर्ण और शुभ दिन माना जाता है। इस दिन मौन व्रत धारण कर संगम में या फिर किसी पवित्र नदी में डुबकी लगाने का विशेष महत्व है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन पवित्र संगम में देवताओं का निवास होता है इसलिए इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। यही नहीं इस दिन दान करने का भी बड़ा महत्व माना गया है। इस दिन लोग स्नान कर अन्न, वस्त्र, धन, गौ और भूमि का दान करते हैं, इसका फल सतयुग के ताप के बराबर माना गया है। इतना ही नहीं इस दिन अगर अपने पितरों का तर्पण किया जाए तो उन्हें शांति मिलती है। ये भी कहा जाता है कि मौनी अमावस्या पर मौन रहकर तथा शुद्ध आचरण करके स्नान करने से शीघ्र फल मिलता है। लेकिन इस दिन कुछ चीजों को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। हम आपको ऐसे कार्य बता रहे हैं, जिन्हें मौनी अमावस्या के दिन करने से बचना चाहिए...
मौनी अमावस्या 2019 के दिन क्यों रहा जाता है मौनमान्यता है कि मन को शांत रखने के लिए माघ महीने की इस अमावस्या के दिन मौन रहा जाता है। ठीक उसी प्रकार जैसे लोग भगवान को शांत रहकर याद करते हैं। ऐसा करने से मन शांत रहता है और बुरे ख्याल दूर रहते हैं। अगर कोई व्यक्ति शांत ना रह पाए तो इस दिन किसी को बुरा-भला ना बोले, इस परिस्थिती में भी यह व्रत पूरा माना जाता है।
भूलकर भी न जाएं इस जगहमौनी अमावस्या की रात किसी भी सुनसान जगह जैसे श्मशान घाट या कब्रिस्तान में या उसके आस-पास घूमना नहीं चाहिए। अमावस्या की रात नकारात्मक शक्तियां सक्रिय हो जाती हैं। इसलिए जहां तक हो सके ऐसी जगह जाने से बचना चाहिए।
पति-पत्नी रखे विशेष ध्यानमौनी अमावस्या पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं इसलिए इस दिन स्त्री और पुरुष दोनों को यौन संबंध बनाने से बचना चाहिए। गरुण पुराण के अनुसार, अमावस्या पर यौन संबंध बनाने से पैदा होने वाली संतान को जीवन में कई तरह के कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही इससे पितृगण भी नाराज होते हैं।
शनि देवता हो सकते है नाराजमौनी अमावस्या के दिन किसी भी गरीब व असहाय व्यक्ति को अपमान नहीं करना चाहिए। अगर संभव हो सके तो इसे अपनी आदत में जरूर डाल लें। शनिदेव गरीबों का प्रतिनिधित्व करते हैं। जो गरीबों का अपमान करते हैं, उन पर शनिदेव कृपा नहीं करते।
पूजा करे लेकिन छुए नहींअमावस्या के दिन पीपल की पूजा करना शुभ फलदायी माना गया है लेकिन शनिवार के दिन को छोड़कर किसी और दिन पीपल का स्पर्श करना अशुभ माना गया है। इसलिए मौनी अमावस्या पर पूजा करें लेकिन उसे स्पर्श न करें।
मांस मदिरा का सेवन ना करेमौनी अमावस्या के दिन अल्कोहल, मांस, मछली आदि चीजों के सेवन को वर्जित माना जाता है। इसलिए इन चीजों के सेवन से बचें।