मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए बिना करवट 21 कलश सीने पर लिए 9 दिनों तक भूखे-प्यासे लेटे हैं ये बाबा

नवरात्रि के दौरान दुर्गा मां को प्रसन्न करने के लिए भक्त तरह-तरह से अपनी भक्ति दिखाते है। कोई पूरे नौ दिनों तक निर्जला व्रत रखते हैं तो कोई नंगे पैर मंदिरों में माँ के दर्शनों को जाते है लेकिन बिहार के पटना शहर के नागेश्वर बाबा पिछले 22 सालों से बड़े ही अनोखे अंदाज में मां दुर्गा की आराधना करते आ रहे हैं। पटना के नौलखा मंदिर में यह नागेश्वर बाबा हर नवरात्रि अपने सीने पर कलश स्थापित कर पूजा करते हैं।

जी हां, पिछले 22 सालों से नागेश्वर बाबा कलश को अपने सीने पर रखकर नवरात्रि की पूजा करते हैं। इस बार कलश की संख्या 21 है। नागेश्वर बाबा अपने सीने पर हर साल एक कलश बढ़ाते जाते हैं और इन सभी कलशों में गंगाजल भरा होता है। इन पूरे नौ दिनों तक वह ना कुछ खाते हैं और ही पानी पीते हैं, वो पूरी नवरात्रि बिना करवट के एक ही अवस्था में सीने पर कलश रख लेटे रहते हैं।

इतना ही नहीं वह नवरात्रि से 15 दिन पहले ही मां दुर्गा के लिए व्रत रखना शुरू कर देते हैं। उनकी इस श्रृद्धा के चलते आस-पास से कई लोग उनका आर्शीवाद लेने आते हैं। अपने इस भक्ति दर्शाने के तरीके बारे में खुद नागेश्वर बाबा का कहना है कि ऐसा करके उन्हें मां दुर्गा (Maa Durga) से शक्ति मिलती है।