सरसों के तेल के इन अचूक टोटकों की मदद से जीवन में आ सकती है खुशियाँ

अधिकांश भारतीय घरों में सरसों का तेल ही भोजन बनाने में काम में लिया जाता हैं। इसी के साथ ही सरसों का तेल शरीर पर लगाने में स्वास्थ्य रूप से और दीपक जलाने में अध्यात्मिक रूप से काम में लिया जाता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सरसों के तेल के ज्योतिषीय रूप से भी कई उपाय किये जाते हैं जो किसी भी व्यक्ति की जिंदगी में खुशियाँ लाने का काम करते हैं। अगर नहीं तो आइये जानते हैं सरसों के तेल से होने वाले उन उपायों के बारे में।

* एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें अपनी छाया देखकर उसे शनिवार के दिन शाम को शनिदेव के मंदिर में रख आएं। इसके अलावा आप अलग से शनिदेव को तेल चढ़ा भी सकते हैं। इस उपाय से आपके ऊपर शनिदेव की कृपा बनी रहेगी।


* एक कांच की कटोरी में मस्टर्ड ऑयल यानी सरसों के तेल को भरकर घर के पश्चिमी कोने में रखना अच्छा होता है। इससे वास्तुदोष दूर होता है। और साथ ही घर में सुख समृद्धि आती है।

* शनिवार को सवा किलो आलू व बैंगन की सब्जी सरसों के तेल में बनाएं। उतनी ही पूरियां सरसों के तेल में बनाकर गरीब लोगों को यह भोजन खिलाएं। ऐसा कम से कम 11 शनिवार करेंगे तो शारीरिक कष्ट दूर हो जाएगा।

* अगर आप धन की कमी का सामना कर रहे है तो रोज़ना मस्टर्ड ऑयल यानी सरसों का तेल को सुबह नहाने के बाद अपने घर के मुख्य द्वार के दोनों तरफ थोड़ा थोड़ा गिराए। ऐसा करने से घर में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। और अगर कुंडली में किसी बुरे गृह का प्रभाव हो तो वो भी हट जाता है।

* आपके व्यापार या नौकरी में अगर मंदी का दौर चल रहा है तो आप किसी छोटी साफ बोतल में सरसों का तेल भरकर उसे किसी तालाब या बहती नदी के जल में डाल दें। व्यापार या नौकरी में उन्नति होती रहेगी।

* अगर व्यापर में सफलता चाहिए तो अपने व्यापार स्थल पर रोज अपनी तिजोरी पर सरसो के तेल से स्वस्तिक बनाये और उसके चारो कोनो पर सिंदूर लगाए।ऐसा करने से आपका बिजनेस सफलता के चरम पर पहुँच जायेगा।

* पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक लगातार 41 शनिवार तक प्रज्ज्वलित करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है।

* जब पहली बार कोई महत्वपूर्ण व्यक्ति अपने घर में आता है तब प्रवेश द्वार के दोनों किनारों में मस्टर्ड ऑयल यानी सरसों का तेल का प्रयोग किया जाता है (उदाहरण के लिए, एक नव विवाहित जोड़े या बेटा या बेटी जब एक लंबी अनुपस्थिति के बाद घर आते हैं, या परीक्षा या किसी चुनाव में सफलता प्राप्त करने के बाद) अर्थात दीपक जलाये जाते हैं।