सावन में की गई ये गलतियाँ ख़त्म कर देगी पूरे महीने की मेहनत

रक्षाबंधन के पर्व के साथ सावन का यह पवित्र महीना अपनी समाप्ति की ओर हैं। सभी जानते हैं कि यह महीना भगवान शिव को अतिप्रिय है और इसी वजह से इन दिनों में शिव की भक्ति की जाती हैं। इन दिनों में शिव को प्रसन्न कर अपनी मनोकामना की पूर्ती की जाती हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं कि आपकी एक साधारण सी गलती की वजह से की गई पूजा का फल आपको प्राप्त नहीं हो पाता हैं। आज हम आपको शिव की पूजा के दौरान होने वाली छोटी-छोटी गलतियों के बारे में बता रहे हैं। तो आइये जानते हैं इन गलतियों के बारे में।

* शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग का जल से अभिषेक करने के बाद कभी भी शिललिंग की पूरी परिक्रमा नहीं करनी चाहिए बल्कि आधी ही परिक्रमा करनी चाहिए नहीं तो पूजा का लाभ नहीं मिलता है।

* सावन के महीने में दूध का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि बरसात में दूध पीने से पित्त बढ़ने लगता है। इसलिए सावन के महीने में शिवजी को दूध से अभिषेक किया जाता है क्योंकि वह विष को हर लेते हैं।

* सावन में बैंगन खाना अच्छा नहीं माना जाता है। इसका धार्मिक कारण है कि बैंगन को शास्त्रों में अशुद्ध कहा गया है। वैज्ञानिक कारण यह है कि सावन में बैंगन में कीड़े अधिक लगते हैं। ऐसे में बैंगन का स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए सावन में बैंगन खाने की मनाही है।

* कई बार भक्त भूलवश शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय उन्हें हल्दी भी लगा देते हैं जिसे शिवपूजा में वर्जित माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि शिवलिंग पुरूष तत्व से संबंधित होता है इस कारण से शिवलिंग पर हल्दी नहीं चढ़ना चाहिए।