कुंडली में मंगल की गलत स्थिति पैदा करती हैं परेशानियां, जानें निवारण के उपाय

ज्योतिष शास्त्र में व्यक्ति की कुंडली और उसमें ग्रहों की स्थिति का बड़ा महत्व बताया गया हैं। आज हम बात करने जा रहे हैं कुंडली में मंगल की स्थिति के बारे में। मंगल को साहस और पराक्रम का प्रतीक माना गया है। कुंडली में मंगल की स्थिति सहीं नहीं होती हैं तो यह सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का कारण बनता हैं। आज इस कड़ी में हम आपके लिए मंगल से पड़ने वाले प्रभाव और इसकी स्थिति को सुधारने के उपायों से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

मंगल के कारण होने वाले रोग

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी जातक का मंगल खराब हो, तो उसे रक्त संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्हें रक्तचाप फोड़े-फुन्सी जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इसके अलावा व्यक्ति को गुर्दे में पथरी गठिया और आंखों से संबंधित परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।

मंगल की खराब स्थिति के प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी जातक का मंगल खराब हो तो ऐसे लोगों को अत्यधिक क्रोध आने लगता है। ऐसे लोगों की अपने भाई से नहीं पटती है। इन लोगों को कई बार अपने क्रोध के कारण कोर्ट-कचेहरी संबंधी मामलों में भी फंसना पड़ जाता है।

मंगल खराब होने के कारण

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अत्यधिक क्रोध करने, मांस-मदिरा का सेवन करने के कारण भी मंगल अशुभ फल प्रदान करता है। इसके साथ ही भाई के साथ गलत व्यवहार और छल करने वाले जातकों का मंगल भी शुभ फल नहीं देता है। मंगल को सही करने के लिए उपाय करने के साथ ही अपने व्यवहार को भी सही रखना चाहिए।

मंगल को सही करने के उपाय

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल अशुभ प्रभाव दे रहा हो तो उसे हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करने से राहत मिलती है। अपने भाई और सभी के साथ अपने व्यव्हार को अच्छा रखना चाहिए साथ ही क्रोध करने से बचना चाहिए। मंगल को शुभ करने के लिए मंगलवार के दिन गेहूं, तांबा, लाल कपड़ा, माचिस, लाल फल और गुड़ आदि चीजों का दान करना चाहिए।