Makar Sankranti 2021: मकर संक्रांति के दिन क्या दान करना चाहिए और क्या नहीं, जरुर जानें

मकर संक्रान्ति हिन्दुओं का प्रमुख पर्व है। यह पर्व हर साल 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है। पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर आता है तभी इस पर्व को मनाया जाता है। इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है। साल 2021 में यह पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा। मकर संक्रान्ति के दिन लाखों श्रद्धालु गंगा और अन्य पावन नदियों के तट पर स्नान और दान, धर्म करते हैं। मकर संक्रांति को दान-पुण्य का दिन भी माना जाता है। इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व है।

जरूरतमंदों को दें दान

दान हमेशा जरूरतमंदों को ही दिया जाना चाहिए जो उसका सही सदुपयोग करे। सिर्फ अपने हित के बारे में सोचने वाले व्यक्ति को भी दान देना व्यर्थ माना जाता है। दान का फल प्राप्‍त नहीं होता है। मान्‍यता है कि दान अच्‍छे मन से करना चाहिए और इसको देने के बाद इसका पश्चाताप भी नहीं करना चाहिए। वरना दान देने वाले को इसका फल और पुण्य नहीं मिलता। वहीं दान ऐसे व्‍यक्ति को दें जो इसका हकदार हो और दान मिलने पर संतुष्‍ट रहे। ऐसे लोग जो दान देने से संतुष्‍ट नहीं होते और उससे और मिलने की अपेक्षा करें, वहीं दान देने वाले को किसी तरह अपमानित करें, उन्‍हें दान नहीं दिया जाना चाहिए। मान्‍यता है कि किसी को दुख देकर कमाए गए धन से दान नहीं करना चाहिए। ऐसा दान अच्‍छा नहीं माना जाता और इसका कोई फल भी नहीं मिलता है। इसलिए दान हमेशा अच्‍छे तरीके से कमाए गए धन में से ही करना अच्‍छा माना जाता है।

दान में न दें ये चीजें

कहा जाता है कि दान देते समय ध्यान रखना चाहिए कि आप दिखावा, यश या प्रसिद्धि पाने के लिए दान नहीं कर रहे हैं। आप दान इसलिए कर रहे हैं क्योंकि भगवान ने आपको इस योग्य बनाया है। कहते हैं कि दान में दी जानी वाली वस्तुएं उत्तम श्रेणी की होनी चाहिए। पुरानी, कबाड़ लायक वस्तुएं का दान नहीं करना चाहिए। इसके अलावा मांस-मदिरा आदि चीजों का भी दान कभी नहीं करना चाहिए।

तिल या गुड़ का दान करना शुभ

मकर संक्रांति को दान-पुण्य का दिन माना जाता है। इस दिन तिल या गुड़ का दान करना शुभ माना जाता है। इसका बहुत महत्व है। शिव पुराण के अनुसार मकर संक्रांति के दिन आप नए वस्त्रों का दान भी कर सकते हैं। इसके अलावा इस दिन आप दान में नमक, घी और अनाज भी दान कर सकते हैं।