चंद्रग्रहण अर्थात वह स्थिति जब चन्द्रमा और सूर्य के ठीक बीच में पृथ्वी आ जाती हैं। चंद्रग्रहण की स्थिति पूर्णिमा के दिन ही आती हैं। जो कि आज 31 जनवरी 2018 को भारत सहित कई ओर देशों में भी चंद्रग्रहण की स्थिति देखी जा सकती हैं। द्रिक पंचांग के अनुसार, सामान्य सूतक का समय 07:07:21 से शुरू होकर 20:41:10 बजे पर समाप्त होगा। चंद्रग्रहण शाम 5 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और मुख्य चन्द्रग्रहण सूर्यास्त के बाद लगभग छह बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा। यह चंद्रग्रहण शाम सात बजकर 37 मिनट तक चलेगा। भारत में कई शहरों में इस खगोलीए घटना को देखा जा सकता है। आज पूरे भारत में लोग 'सुपर बल्यू मून अर्थात वृहदाकार नीला चांद' को देखेंगे। सूपर मून नई दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, उज्जैन और देश भर के कई अन्य शहरों में देखे जा सकेंगे। भारत में च्रंद्रग्रहण अलग-अलग समय पर देखा जा सकता है। तो जानिए आपके शहर में चंद्रग्रहण का क्या समय होगा और किस समय सूतक लगेगा।
नई दिल्ली-दिल्ली में चंद्रग्रहण का समय 17:58:00 से शुरू होकर 20:41:10 पर समाप्त होगा।
सूतक का समय- 07:07:21 से शुरू होकर 20:41:10 को समाप्त होगा।
मुंबई-मुंबई में चंद्र ग्रहण 18:30:39 से शुरू होकर 20:41:10 पर समाप्त होगा।
सूतक का समय- 07:12:37 से शुरू होकर 20:41:10 पर समाप्त होगा।
अहमदाबाद-अहमदाबाद में चंद्रग्रहण 18:26:10 से शुरू होकर 20:41:10 पर समाप्त होगा।
सूतक का समय- 07:18:38 से शुरू होकर 20:41:10 पर समाप्त होगा।
चेन्नई-चेन्नई में चंद्रग्रहण 18:07:58 से शुरू होकर 20:41:10 पर समाप्त होगा।
सूतक का समय- 06:34:51 से शुरू होकर 20:41:10 पर समाप्त होगा।
कब होता है चंद्र ग्रहण ?चंद्रग्रहण उस खगोलीय स्थिति को कहते हैं जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रतिच्छाया में आ जाता है। ऐसे में सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा इस क्रम में लगभग एक सीधी रेखा में आ जाते हैं। चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण हमेशा साथ-साथ होते हैं तथा सूर्यग्रहण से दो सप्ताह पहले चंद्रग्रहण होता है।
क्या होता है सुपर बल्यू मून ?चांद जब अपनी कक्षा में पृथ्वी से सबसे नजदीक होता है तो सामान्य से 10 फीसदी ज्यादा बड़ा दिखता है। इसे सुपरमून कहते हैं और पूर्णमासी का चांद ब्ल्यूमून यानी नीला चांद कहलाता है। इस तरह यह सुपर ब्ल्यूमून जनवरी 2018 में दूसरी बार दिखेगा, इससे पहले लोगों ने दो जनवरी को इसका दीदार किया था। नंगी आंखों से भी चंद्रग्रहण देखना बिल्कुल सुरक्षित है। इससे पहले ऐसा चंद्रग्रहण 1982 में दिखा था जब नीला चांद और पूर्ण चंद्रग्रहण एक साथ भारत में दिखा है।