कई
समय से पृथ्वी ने कई तरह की आपदाएँ झेली हैं,जैसे अंतरिक्ष की चट्टानों का
टकराना, प्राणियों में बड़े पैमाने पर ज़हर का फैलना, जला कर सब कुछ राख
कर देने वाली रेडिएशन इत्यादि। पृथ्वी पर इस दुनिया के खत्म
होने की आशंका तो है, शायद यहपूरी पृथ्वी बंजर भूमि में तब्दील हो जाएगी।
लेकिन क्या हो सकता है? कब तक रहेगा पृथ्वी पर जीवन? पृथ्वी पर जीवन के
अस्तित्व से जुड़ी संभावनाओं और आशंकाये हमारे मन में कई सवाल उत्पन करती
है। जिसका जवाब स्पष्ट रूप से हमे नही मिलता है। लेकिन कुछ कारणों से इस
पृथ्वी पर जीवन जीना नामुमकिन हो जाएगा। तो आइये जानते कुछ ऐसे कारण -
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1. जवालामुखी से तबाही -
पृथ्वी पर जीवन ज्वालामुखियों के विस्फोट से 25 करोड़ साल में खत्म हो जायेगा। ऐसा होने पर पृथ्वी पर मौजूद 85 फ़ीसदी जीव नष्ट हो जाएंगे जबकि 95 फ़ीसदी समुद्री जीवों का अस्तित्व नष्ट हो जायेगा।
2. क्षुद्र ग्रह के टकराने से -
पृथ्वी पर से डायनासोर प्रजाति का क्षुद्र ग्रहों के टकराने के कारण अंत हुआ था। अगर एक भारी-भरकम क्षुद्र ग्रह के टकराने से विशालकाय डायनासोर लुप्त हो सकते हैं,तो फिर एक दूसरी टक्कर से पृथ्वी पर जीवन भी नष्ट हो सकता है।
3. जब पृथ्वी का केंद्र जम जाएगा -
पृथ्वी का केंद्र जमने से भी जीवन पूरी तरह ख़त्म हो सकता है। पृथ्वी का केंद्र रोटेट करना बंद कर देता है, यह रोटेट एक्टिव कोर नहीं होने से पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र ख़त्म हो जाएगा और इससे पृथ्वी का पूरा जीवन ख़तरे में आ सकता है।
4. गामा किरणों का विस्फोट -
पृथ्वी पर जीवन समाप्त गामा किरणों के विस्फोट से हो सकता है।यदि गामा किरणों में विस्फोट हुआ तो पृथ्वी पर से पूरी तरह जीवन समाप्त हो जाएगा। अगर पृथ्वी किसी तरह से आकाश गंगा के केंद्र के करीब पहुंच जाती है, तो पृथ्वी पर से जीवन नष्ट हो सकता है।
6.सूर्य के फैलने से
सूर्य ही पृथ्वी पर जीवन की ऊर्जा के तौर पर प्रकाश भेजता है। सूर्य लगातार गर्म हो रहा है. एक समय ऐसा आएगा कि पृथ्वी के समुद्र सूख जाएंगे. ग्रीन हाउस इफेक्ट के चलते तापमान भी बढ़ेगा. ये एक सब एक अरब साल में शुरू हो जाएगा। एक सूजे हुए तारे की शक्ल में यह 7.5 अरब साल में पृथ्वी को निगल लेगा।जिससे पृथ्वी का अस्तित्व पूरी तरह से ख़त्म भी हो सकता है।