सावन स्पेशल : जानें शिवरात्रि का महत्व और शिव को प्रसन्न करने का तरीका

सावन का महीना जारी हैं और आज कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी हैं जिसे शिवरात्रि के तौर पर जाना जाता हैं। सावन की शिवरात्रि का बहुत महत्व माना जाता हैं और आज के दिन किया गया जलाभिषेक और रुद्राभिषेक भगवान शिव की असीम कृपा दिलाता हैं। आज के दिन किया गया व्रत-उपवास जीवन में सुख-समृद्धि व शांति लाता है। यह व्रत 19 जुलाई 2020 की मध्यरात्रि 12:41 से शुरू होकर 20 जुलाई 2020 की मध्यरात्रि 12:10 तक रहेगा। व्रत को 20 जुलाई 2020 की सुबह 5:36 को खोल सकते है।

सावन शिवरात्रि का महत्व

सावन महीने में आने वाली शिवरात्रि बहुत ही शुभफलदाई होती है। बात अगर उत्तरी भारत की करें तो यहां के शिव मंदिरों, काशी विश्वनाथ व बद्रीनाथ धाम आदि में भक्तों द्वारा खास पूजा की जाती है। मगर कोरोना के कहर के कारण इस बार कई मंदिरों में नहीं जा सकते है। मगर आप अपने घर पर शिवजी का गंगाजल से शिवलिंग का जलाभिषेक कर उनकी अपार कृपा पा सकते है। मान्यताओं के अनुसार इस विशेष दिन पर कुंवारे लड़के व लड़कियों द्वारा पूजा-अर्चना और उपवास करने से उन्होंने मनचाहा साथी मिलता है।

सावन शिवरात्रि व्रत विधि

जो लोग इस उपवास को सावन शिवरात्रि के एक दिन पहले व्रत रखते है। उन्हें सिर्फ एक बार ही भोजन करना चाहिए। फिर अगली सुबह जल्दी उठकर व्रत रखने का संकल्प लें। फिर मंदिर में जाकर या घर पर ही शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, चीनी, इत्र,शहद, घी, चंदन, केसर, भांग, धतूरा, भांग, सफेद फूल, आक के फूल, सफेद चंदन, धूप, कपूर आदि चीजें चढ़ाए। फिर शिव जी और माता पार्वती की आरती कर सच्चे मन से उनसे अपनी मनोकामना कहें। फिर अगली दिन नहाकर शिव जी की पूजा करके खोले।