Kumbh Mela 2019: कुंभ में शामिल होने पर इन बातों का रखे विशेष ध्यान, मेले का सफर रहेगा खुशहाल

भारत देश को अपनी संस्कृति और भक्ति के लिए जाना जाता हैं। देश में सभी व्रत और त्यौहार को बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता हैं। इसी तरह एक भक्तिमय मेला है कुम्भ। 15 जनवरी मकर संक्रांति (15 January, Makar Sankranti) के दिन से शुरू हुआ यह महापर्व 4 मार्च महाशिवरात्रि (4 March, Maha Shivratri) तक चलने वाला है। इस बीच प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में भक्त 6 पवित्र स्नान करेंगे। इन स्नानों के दौरान लाखों की संख्या में भक्त गंगा, यमुना और सरस्वती में डुबकी लगाएंगे। इसी वजह से हर साल कुंभ मेले (Kumbh Mela) में शामिल होने वालों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार खास सूचना जारी करती है। इस सूचना में कुंभ मेले (Kumbh 2019) के दौरान क्या करना है और क्या नहीं जैसी तमाम जानकारी के साथ, हेल्पलाइन नंबर और सभी चुनौतियों से लड़ने के लिए तैयारी की पूरी जानकारी होती है। अगर आप इस बार कुंभ (Kumbh) में जा रहे हों या फिर आपका कोई जानने वाला कुंभ मेले (Kumbh Mela) में शामिल हो रहा हो तो यहां दिए गए जरूरी पॉइंट्स को एक बार पढ़ लें।

कुंभ मेले में क्या करें

- हल्के सामान के साथ कुंभ आएं। कुंभ मेले में आने से पहले प्रयागराज के अस्पताल, भोजन, टैंट, जरूरी हेल्पलाइन नंबर और आकस्मिक सेवाओं के बारे में पूरी जानकारी रखें।
- मेला क्षेत्र में कम से कम सामानों के साथ पहुंचे।
- अपने साथ कुंभ का मैप, स्नानों और घाटों की जानकारी, अपने जानने वालों के नंबर, खुद का आधार कार्ड और जरूरी पहचान पत्र रखें।
- कुंभ मेले के दौरान सभी नियमों और अनुदेशों का पालन करें।
- कुंभ में गंदगी ना फैलाएं। डस्टबिन और मौजूदा शौचालयों का उपयोग करें।
- कुंभ में कोई भी अपरिचित या संदिग्ध वस्तु मिले तो तुरंत पुलिस या मेला प्रशासन को सूचित करें।
- तय किए गए घाटों पर ही स्नान करें।
- श्रद्दालु अपने मोबाइल में आपातकालीन नंबरों का जरूर सेव रखें ताकि मुश्किल वक्त में तुरंत सहायता मिल सके।
- रहने के लिए बनाए गए शिविरों, कॉटेज विला आदि का इस्तेमाल करें।
- किसी के खो जाने पर खोया-पाय केंद्र की सहायता लें।

कुंभ मेले में क्या ना करें

- श्रद्दालु अपने साथ कीमती सामान, वस्त्र आभूषण लेकर ना आएं।
- खुद की सुरक्षा का ध्यान रखें। अजनबी पर भरोसा ना करें। बिना पूरी जानकारी के किसी के बहकावे में आकर भोजन ग्रहण ना करें।
- शांति बनाएं रखें और लड़ाई झगड़े से बचें।
- नदी की सीमा को लांघकर खुद की जान जोखिम में ना डालें।
- नदी में साबुन, प्लास्टिक, कचरा और पूजन सामग्री ना डालें।
- बीमार हैं तो भीड़ भरे स्थान पर जाने से बचें।
- खुले में शौच और गंदगी ना करें।
- श्रद्दालु किसी भी तरह की अफवाह को बढ़ावा ना दें इससे माहौल बिगड़ सकता है और आप भी उसके शिकार हो सकते हैं।