संसार में हर व्यक्ति दूसरे से भिन्न हैं। हर व्यक्ति की अपनी विशेषता होती है जिससे उसको पहचाना जाता हैं। इसी तरह से हर व्यक्ति के खर्राटें लेने का भी अपना तरीका होता है जिससे उनको बाकि से अलग किया जाता हैं। क्या आप जानते हैं कि किसी व्यक्ति के खर्राटें से उसके स्वभाव को जाना जा सकता हैं। जी हाँ, सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक व्यक्ति के खर्राटों से उसके स्वभाव के बारे में आंकलन किया जा सकता हैं। अब यह किस तरह किया जाता है आइये हम बताते हैं आपको।
* खर्राटों की पहली किस्म है संगीतमय खर्राटे। इस प्रकार के खर्राटे बहुत कम तो क्या नहीं के बराबर देखने में आए हैं। संगीतमय खर्राटे लेने वाले व्यक्ति सामान्य होते हैं, पर यह दुर्लभ है। इस प्रकार के खर्राटों से कोई परेशानी नहीं होती।
* दूसरी किस्म के खर्राटे अचानक उत्पन्न होते और धीरे-धीरे शब्द विहीन हो जाते हैं। यह खर्राटे कानफोड़ू होते हैं। इस प्रकार के खर्राटे लेने वाले लोग भी सामान्य होते हैं, पर स्वभाव से थोड़े उग्र होते हैं। इन्हें विश्वसनीय नहीं कहा जा सकता।
* खर्राटों की तीसरी किस्म ऐसी होती है जैसे कोई मंद-मंद हंस रहा हो। इस प्रकार के खर्राटे लेने वाले लोग दब्बू होते हैं। उनका अपना कोई निर्णय नहीं होता। यह स्वार्थी प्रवृत्ति के होते हैं।
* खर्राटों की चौथी किस्म सबसे अप्रिय और भयानक मानी गई है। यह काफी जोर की ध्वनि करते हैं। ऐसा जातक मद्यप्रिय तथा संतोषी होते हैं।
* पांचवी किस्म के खर्राटे भी संगीतमय होते हैं। इस प्रकार के खर्राटे लेने वाले जातक सामान्य तथा मृदु स्वभाव के होते हैं। यह समझौतावादी होते हैं।
* खर्राटों की छठी व अंतिम किस्म भी भयानक और अप्रिय खर्राटों की ही है। इस प्रकार के खर्राटे लेने वाले लोग क्रूर और ह्रदय हीन होते हैं। समझौता करना यह नहीं जानते।