घर के द्वार की सही स्थिति भी घर के लिए महत्वपूर्ण रहती है। इसकी स्थिति सही हो तो घर के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य ठीक रहता है और साथ ही घर की सुख समृद्धि बनी रहती है। वास्तु के अनुसार जीवन में वृद्धि के लिए घर के मुख्य द्वार को सही होना आवश्यक है नही तो हमेशा ही परेशानिया आती रहती है। वास्तु के अनुसार बहुत सी बाते ऐसी है जो घर के मुख्य द्वार के लिए होनी जरूरी होती है तो आइये जानते है इन बातो को के बारे में....
# घर का प्रवेश द्वार दक्षिण पश्चिम दिशा में नही होना चाहिए क्योकि इससे घर की सुख समृद्धि चली जाती है।
# घर का प्रवेश द्वार के सामने कोई बड़ा वृक्ष नही होना चाहिए जो की घर में नकारामकता का प्रवेश कराए।
# घर के प्रवेश द्वार में दहलीज या चोखट जरुर बनवाए जिससे ऐसा मनाते है की यह माँ लक्ष्मी जी रूप है अगर यह नही होती है तो लक्ष्मी वहां से रूठकर चली जाती है।
# घर के मुख्य द्वार के सामने कुए, तालाब नही होने चाहिए जिससे घर की स्थिति कमजोर हो जाती है और साथ ही घर की नीव की जड़े कमजोर होती है।
# कभी भी 2 दरवाजे नही बनाने चाहिए जो की घर की अस्त व्यस्तता के लिए उत्तरदाई माने जाते है।
# सदेव ही घर के प्रवेश द्वार पर कलश या गणेशजी की मूर्ति की स्थापना किया जाना बहुत ही शुभ माना जाता है। इनसे घर की बरकत नही रूकती है।
# घर के प्रवेश द्वार पर हमेसा ही किसी भी तरह की विंड चैन या कुछ ऐसा लगाए जो की घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करे।