9 मई को मिथुन राशि में अस्त होंगे बृहस्पति, इन 3 राशियों पर बरसेगी विशेष कृपा, मिलेगा धन लाभ और भाग्य का साथ

देवगुरु बृहस्पति 9 मई यानी कल चाल बदलने जा रहे हैं। इस दिन देवगुरु बृहस्पति मिथुन राशि में अस्त होने जा रहे हैं। देवगुरु बृहस्पति को ज्योतिष में विशेष स्थान प्राप्त है। देवगुरु बृहस्पति की कृपा से व्यक्ति का भाग्योदय होना तय है। देवगुरु बृहस्पति को ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक ग्रह माना गया है। बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी होते हैं।

ज्योतिष गणनाओं के अनुसार, देवगुरु मिथुन राशि में अस्त होकर कुछ राशियों पर विशेष कृपा करेंगे। आइए जानते हैं कि गुरु के अस्त होने से किन राशियों को मिलेगा लाभ—

मिथुन राशि

गुरु का मिथुन राशि में अस्त होना इस राशि के जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। इस दौरान धन बचत के नए अवसर मिलेंगे और आय के अप्रत्याशित स्रोतों से लाभ होगा। आर्थिक स्थिति में मजबूती आएगी और कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होंगी। अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी और घर में मांगलिक कार्यों की संभावना बनेगी। व्यापार में विस्तार और तरक्की के मौके मिलेंगे। व्यक्तित्व में आकर्षण आएगा और लोग आपके ज्ञान की सराहना करेंगे।

कन्या राशि

शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलने के योग बनेंगे। कोर्ट-कचहरी से जुड़ी परेशानियों से राहत मिलेगी। प्रॉपर्टी से संबंधित विवादों का समाधान होगा और आर्थिक पक्ष मज़बूत रहेगा। धन की आवक बढ़ेगी और नई आमदनी के स्रोत बनेंगे। भूमि और वाहन से जुड़ी सुख-सुविधाएं प्राप्त होंगी। समाज में मान-सम्मान मिलेगा। मंगल और गुरु के प्रभाव से पारिवारिक समस्याएं दूर होंगी। पिता का साथ मिलेगा और नई योजनाओं से धन लाभ संभव है। भौतिक सुखों में वृद्धि होगी और भाग्य का साथ मिलेगा।

तुला राशि


तुला राशि वालों को इस समय जबरदस्त लाभ होने के संकेत हैं। ससुराल पक्ष का सहयोग मिलेगा और धन-संपत्ति में वृद्धि के योग बनेंगे। वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा और आय के नए स्रोत उभर कर सामने आएंगे। आकस्मिक धन लाभ के संकेत हैं। परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आएगी। करियर में तरक्की के असीमित अवसर मिल सकते हैं। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी और परिजनों के साथ तीर्थ यात्रा पर जाने का अवसर मिल सकता है।

डिस्क्लेमर: यह लेख धार्मिक मान्यताओं और पंचांग आधारित जानकारी पर आधारित है। किसी विशेष निर्णय या अनुष्ठान से पहले योग्य पंडित या ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।