इन 5 कामों से पड़ती हैं शनि की अशुभ छाया, झेलना पड़ता हैं प्रकोप

न्याय के देवता शनिदेव की जयंती हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को मनाई जाती हैं जो कि इस बार 22 मई को हैं। सभी इस दिन शनिदेव को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। शनिदेव को क्रूर ग्रह माना जाता हैं जिनकी वक्र दृष्टि किसी पर पड़ जाए तो उस व्यक्ति के जीवन में परेशानियों का सिलसिला जारी हो जाता हैं। हांलाकि जो अच्छे काम करता हैं उसपर शनिदेव अच्छी कृपा दृष्टि रखते हैं। आज हम आपको उन कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी वजह से व्यक्ति पर शनि की टेढ़ी नजर पड़ती हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

- ज्योतिष में शनि को गरीबों और असहाय व्यक्तियों के रक्षक कहलाते हैं। ऐसे में व्यक्ति गरीबों और असहाय व्यक्तियों को परेशान और अपमानित करता है शनिदेव उस पर अपनी टेढ़ी नजर गढ़ा देते हैं।

- शनिवार का दिन शनिदेव का होता है। ऐसे में शनिवार के दिन लोहे से बनी चीजों को घर पर नहीं लाना चाहिए। जो लोग शनिवार के दिन लोहे की वस्तुएं खरीदते हैं शनिदेव उस पर अपनी बुरी नजर लगा देते हैं। शनि की बुरी नजर पड़ने मात्र से ही व्यक्ति कंगाल होने लगता है। शनिवार के दिन लोहे की चीजें खरीदने के बजाय लोहे की चीजों का दान करना चाहिए।

- शनिवार के दिन घर पर तेल नहीं लाना चाहिए और न ही तेल से शरीर पर मालिश करनी चाहिए। बल्कि शनिवार को शनिदेव को तेल चढ़ाना चाहिए।

- जो व्यक्ति घर में आए ब्राह्राणों और गरीब व्यक्ति को बिना कुछ दिए वापस लौटा देता है शनि उसकी कुंडली में अशुभ प्रभाव देने लगता है।

- किसी दूसरे व्यक्ति से कभी भी भूलकर जूते-चप्पल नहीं लेना चाहिए। इससे भी शनि की बुरी छाया पड़ती है।