लगातार इन मंत्रो के जाप से स्वयं हनुमान जी हरते है आपके के दुःख

भगवान श्री राम के सबसे बड़े भक्त वीर हनुमान को कौन नहीं जानता हैं और उनके भक्तों की भी कोई कमी नहीं हैं। हनुमान जी के लिए ऐसा माना जाता हैं कि वे आज भी इस धरती पर विद्यमान हैं और समय-समय पर अपने भक्तों को दर्शन भी देते हैं। हनुमान जी ही एक ऐसे देवता है जो कलियुग में भक्तों की थोड़ी सी भक्ति में प्रसन्न हो जातें है। हर व्यक्ति हनुमान जी की कृपा की आस रखता हैं और इसके लिए वह कई प्रयास करता हैं और हनुमान जी को खुश करने की कोशिश करता हैं ताकि हनुमान जी खुश हो और उनकी कृपा उन पर बनी रहें जिससे उसके सारे बिगड़े काम बन जाए। ऐसा कहतें है की अगर भक्त सच्चे मन से केवन हनुमान जी का नाम ही जप ले तो उसके जीवन में कोई पीड़ा नहीं आती है। आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से हनुमान जी के कुछ खास मंत्र बताने जा रहे है जिनको निरंतर जपने से स्वयं हनुमान जी सुरक्षा कवच प्रदान करते हैं।

# व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए

मंत्र - ॐ श्री हनुमते नम:

सच्चे मन से रुद्राक्ष की माला से हनुमान जी के इस महामंत्र का कम से कम एक माला जप करना चाहिए। जिसके परिणाम स्वरूप हनुमान जी का यह मंत्र 24 घंटे के लिए भक्त के आसपास सुरक्षा कवच बनाए रखता है।

# आर्थिक मजबूती के लिए

मंत्र - ॐ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा

इस मंत्र का हर रोज कम से कम एक माला जप जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से 45 दिनों के भीतर ही सकारात्मक परिणाम दिखने लगेंगे और आर्थिक परेशानियों दूर होने लगेंगी।

# इच्छाओं की पूर्ति के लिए

मंत्र - महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते, हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये

अगर आपके मन में किसी चीज को पाने की अभिलाषा है तो अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए इस मंत्र की कम से कम एक माला हर रोज जपनी चाहिए।

# संकटों से मुक्ति के लिए

मंत्र- ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्व-शत्रु-संहारणाय, सर्व-रोग-हराय, सर्व-वशीकरणाय, राम-दूताय स्वाहा

अगर आपको अपने जीवन में किसी भी संकट का आभास हो तो इस मंत्र का जप करना आपके लिए काफी फायदेमंद रहेगा। हनुमान जी का यह महामंत्र ना सिर्फ शत्रुओं से आपकी रक्षा करेगा बल्कि उनपर आप विजय भी पा सकेंगे।

महामंत्रों के जप करने की विधि


हनुमान जी के इन महामंत्रों का पूरा लाभ उठाने के लिए जरूरी है कि नियमपूर्वक विधि-विधान और साफ सफाई को ध्यान में रखतें हुए इन मंत्रों का जप किया जाए। इसके लिए सुबह उठकर स्नान करने के बाद आसन लगाकर हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने बैठ जाएं। पूजा आरंभ करने से पहले भागवान श्रीराम को प्रणाम करते हुए उनका आशीर्वाद लें। फिर हनुमान जी को चोला, सिंदूर और जनेऊ अर्पित करते करें और फिर इन मंत्रों का जप आरंभ करें। हनुमान जी के इन मंत्रों का अगर आप पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ नियमित रुप से जप करेंगे तो हनुमान जी आपको सुरक्षा प्रदान कर आपके जीवन के सारें दुखों को हर लेंगे।