Bakrid 2019: यह त्यौहार है कुर्बानी का, जानें इसके महत्व के बारे में

सभी इस्लामिक देशों के साथ ही भारत में भी मुस्लिम सम्प्रदाय के द्वारा ईद का त्यौहार मनाया जाता हैं। हर साल दो ईद मनाई जाती हैं जिसमें से एक 'मीठी ईद' और दूसरी 'बकरीद' के रूप में जानी जाती हैं। अभी बकरीद मनाई जानी हैं जिसे 'ईद-उल-जुहा' के नाम से भी जाना जाता हैं। इस दिन सभी नमाज अदा कर बकरे की कुर्बानी देते हैं। इस त्यौहार को कुर्बानी के लिए जाना जाता है। आज हम आपको इस कुर्बानी का महत्व बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते है कुर्बानी के बारे में।

कुर्बानी का सही अर्थ
दरअसल इस्लाम, क़ौम से जीवन के हर क्षेत्र में कुर्बानी मांगता है। इस्लाम के प्रसार में धन व जीवन की कुर्बानी, नरम बिस्तर छोड़कर कड़कड़ाती ठंड या जबर्दस्त गर्मी में बेसहारा लोगों की सेवा के लिए जान की कुर्बानी भी खास मायने रखती है।

हर एक मुस्लिम का धर्म है कुर्बानी
कुर्बानी का असली मतलब यहां ऐसे बलिदान से है जो दूसरों के लिए दिया गया हो। परन्तु इस त्यौहार के दिन जानवरों की कुर्बानी महज एक प्रतीक है। असल कुर्बानी हर एक मुस्लिम को अल्लाह के लिए जीवन भर करनी होती है।