Holi 2020 : मनोकामना पूर्ती के लिए जानें होलिका दहन शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

आज 9 मार्च को फाल्गुन मास की पूर्णिमा हैं जिसे होली के त्यौंहार के रूप में मनाया जाता हैं और इस दिन होलिका दहन किया जाता हैं। इस बार होली पर शुभ योग बन रहा हैं और 499 साल बाद गुरु और शनि एक साथ शुभ स्थिति का निर्माण कर रहे हैं। आज के दिन होलिका दहन के दौरान की गई विधि पूर्वक पूजा आपकी समस्त मनोकामनाओं की पूर्ती करवाता है। तो आइये जानते हैं होलिका दहन शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।

होलिका दहन शुभ मुहूर्त

संध्या काल में- 06 बजकर 22 मिनट से 8 बजकर 49 मिनट तक
भद्रा पुंछा - सुबह 09 बजकर 50 मिनट से 10 बजकर 51 मिनट तक
भद्रा मुखा : सुबह 10 बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक

होलिका दहन की पूजा विधि

- होलिका दहन शुरू हो जाने पर वहां जाएं, अग्नि को प्रणाम करें, भूमि पर जल डालें।
- इसके बाद अग्नि में गेंहू की बालियां, गोबर के उपले, और काले तिल के दाने डालें
- अग्नि की परिक्रमा कम से कम तीन बार करें।
- इसके बाद अग्नि को प्रणाम करके अपनी मनोकामनाएं कहें।
- होलिका की अग्नि की राख से स्वयं का और घर के लोगों का तिलक करें।

होलिका की अग्नि में क्या अर्पित करें

- अच्छे स्वास्थ्य के लिए काले तिल के दाने अग्नि में अर्पित करें।
- बीमारी से मुक्ति के लिए हरी इलाइची और कपूर अर्पित करें।
- धन लाभ के लिए चन्दन की लकड़ी अर्पित करें।
- रोजगार के लिए पीली सरसों के दाने अर्पित करें।
- विवाह और वैवाहिक समस्याओं के लिए हवन सामग्री अर्पित करें।
- नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति के लिए काली सरसों के दाने अर्पित करें।