मिथुन राशि में गुरु हो रहे अस्त, 12 जून से इन 4 राशियों को मिलेंगे शुभ परिणाम

देवगुरु बृहस्पति इस समय मिथुन राशि में विराजमान हैं। द्रिक पंचांग के अनुसार, गुरु 12 जून 2025, गुरुवार को शाम 07 बजकर 56 मिनट पर इसी राशि में अस्त होंगे। करीब 27 दिन तक अस्त रहने के बाद 09 जुलाई को गुरु पुनः उदित होंगे। गुरु का मिथुन राशि में अस्त होना सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगा। लेकिन मेष और वृश्चिक समेत कुल चार राशियों के लिए गुरु की यह अस्त अवस्था लाभकारी सिद्ध हो सकती है। आइए जानें कि गुरु अस्त से किन-किन राशियों को लाभ मिलेगा और किस प्रकार के शुभ परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

1. मेष राशि

गुरु मेष राशि के तीसरे भाव में स्थित हैं, जिसे शुभ नहीं माना जाता। ऐसे में गुरु के अस्त होने पर मेष राशि वालों को कुछ विशेष लाभ प्राप्त हो सकते हैं। इस अवधि में भाई-बहन के साथ संबंधों में सुधार आएगा। आत्मविश्वास और सकारात्मक दृष्टिकोण में वृद्धि होगी। साथ ही किस्मत का साथ भी मिलेगा और कुछ कार्य अपने आप बनने लगेंगे। मानसिक रूप से शांति मिलेगी और नकारात्मक विचारों से छुटकारा मिलेगा।

2. कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों को इस समय खर्चों पर नियंत्रण रखने में सफलता मिलेगी। आर्थिक रूप से राहत मिलने की संभावना है। स्वास्थ्य में भी सुधार होगा और पुराने रोगों से राहत मिलेगी। साथ ही किसी पुराने कर्ज से मुक्ति मिल सकती है। कामकाज में सफलता मिलेगी और भाग्य का साथ बना रहेगा।

3. वृश्चिक राशि


गुरु के अस्त होने से वृश्चिक राशि वालों को स्वास्थ्य लाभ मिल सकता है। जिन कार्यों में विघ्न-बाधाएं आ रही थीं, वे अब धीरे-धीरे समाप्त हो सकती हैं। शासन या सरकार से जुड़े कार्यों में सहयोग मिलेगा। रुका हुआ पैसा वापस मिल सकता है। पारिवारिक संबंधों में प्रेम और समझ बढ़ेगी। हालांकि विद्यार्थियों को मेहनत करते रहना चाहिए क्योंकि पढ़ाई में प्रतिस्पर्धा बनी रहेगी।

4. मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए गुरु का छठे भाव में गोचर सामान्यतः शुभ नहीं होता। लेकिन अब जब गुरु अस्त हो रहे हैं, तो यह समय उनके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इस दौरान सरकारी कामों में अड़चनें दूर होंगी और न्यायिक मामलों में राहत मिल सकती है। संतान से संबंधित किसी परेशानी का समाधान निकल सकता है। इसके अलावा सेहत भी बेहतर होगी और मानसिक तनाव कम हो सकता है।