गुडी पडवा के शुभ अवसर पर जरूर करें ये काम, मिलेगा शुभ समाचार

गुडी पडवा अर्थात नववर्ष की होने वाली शुरुवात जो की चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन मनाया जाता हैं। इन दिन से हिन्दू कैलेंडर शुरू होता हैं। इस दिन का शास्त्रों में बड़ा महत्व माना गया हैं। क्योंकि इस दिन किये गए काम आने वाले पूरे साल की दशा की दर्शाते हैं। इसलिए इस दिन विधि-विधान से पूजा-पाठ करना चाहिए। गुडी पडवा के शुभ अवसर पर कुछ कार्य हैं जिन्हें जरूर करने चाहिए। जिनको करने से विपदाएँ समाप्त हो जाती है और आने वाले समय में सब कुछ शुभ होता हैं। तो आइये जानते हैं गुडी पडवा पर किये जाने वाले ये कार्य।

* पूजन का शुभ संकल्प कर नई बनी हुई चौरस चौकी या बालू की वेदी पर स्वच्छ श्वेतवस्त्र बिछाकर उस पर हल्दी या केसर से रंगे अक्षत से अष्टदल कमल बनाकर उस पर ब्रह्माजी की सुवर्णमूर्ति स्थापित करें।

* गुड़ी पड़वा दिन नीम के कोमल पत्तों, पुष्पों का चूर्ण बनाकर उसमें काली मिर्च, नमक, हींग, जीरा, मिस्री और अजवाइन डालकर खाना चाहिए। इससे रुधिर विकार नहीं होता और आयोग्य की प्राप्ति होती है।

* इस दिन नवरात्रि के लिए घटस्थापना और तिलक व्रत भी किया जाता है। इस व्रत में यथासंभव नदी, सरोवर अथवा घर पर स्नान करके संवत्सर की मूर्ति बनाकर उसका 'चैत्राय नमः', 'वसंताय नमः' आदि नाम मंत्रों से पूजन करना चाहिए। इसके बाद पूजन अर्चन करना चाहिए।

* इस दिन आपको अपने घर को ध्वज, पताका, वंदनवार आदि से सजाना चाहिए। साथ ही आपको नए कपड़े पहनने चाहिए।

* ब्राह्मण की तिलक लगाकर दक्षिणा दें और जनहित में प्याऊ भी इसी दिन खोलें। आपके जीवन में हमेशा खुशियां और बरकत रहेगी।

* इसी दिन कटुता का भाव मिटाकर प्रेम-भाव मन में रखें और घर के सभी लोगों के लिए प्रेमपूर्ण वातावरण बनाएं। बाहरी लोगों से भी आपके संबंध मधुर हो जाएंगे। उन्नति देखने लायक होगी।

* नवीन पंचांग से उस वर्ष के राजा, मंत्री, सेनाध्यक्ष आदि का तथा वर्ष का फल श्रवण करना चाहिए।