
इस संसार का सबसे बड़ा सत्य मृत्यु है। इस धरती पर जन्म लेने वाला हर प्राणी एक न एक दिन अवश्य मरेगा। जब भी भगवान स्वयं मानव रूप में पृथ्वी पर आए हैं, उन्होंने भी जीवन और मृत्यु के चक्र से गुजरते हुए प्रकृति के इन सार्वभौमिक नियमों को स्वीकार किया है। गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद की दुनिया के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसमें मृत्यु से जुड़ी ऐसी बातें वर्णित हैं, जिन्हें जानकर हमें यह अहसास होता है कि जीवन से परे भी एक अजीब और रहस्यमयी दुनिया मौजूद है। यदि हम मृत्यु की बात करें तो व्यक्ति को अपनी मृत्यु के कुछ दिन पहले ही उसकी मृत्यु का आभास होने लगता है। उसे कुछ अजीब और रहस्यमयी चीजें दिखने लगती हैं। आइए जानते हैं कि मृत्यु से पहले व्यक्ति कौन-कौन सी चीजें देखता है।
गरुड़ पुराण हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र ग्रंथ माना जाता है। गरुड़ पुराण के अनुसार, मृत्यु के पूर्व व्यक्ति को अपने किए हुए अच्छे और बुरे कर्मों का दर्शन होने लगता है। उसकी आंखों के सामने ऐसा दृश्य चलने लगता है, जैसे पूरा जीवन एक चलचित्र की तरह उसके सामने प्रकट हो रहा हो। एक-एक पल में यह दिखता है कि उसने अपने जीवन में कब अच्छा किया और कब बुरा। जब वह अपने अच्छे कर्मों को याद करता है तो उसे मन में शांति का अनुभव होता है, वहीं जब वह अपने बुरे कर्मों को याद करता है तो उसके मन में संदेह, भय और पश्चाताप की भावना उठती है।
दिखती हैं अजीब परछाइयांगरुड़ पुराण के अनुसार, मृत्यु से पहले व्यक्ति को अजीब और रहस्यमयी परछाइयां दिखाई देने लगती हैं। व्यक्ति को हर समय ऐसा महसूस होता है कि कोई छाया उसका पीछा कर रही है। सबसे अजीब बात यह है कि मृत्यु के निकट व्यक्ति को अपनी खुद की परछाईं दिखाई देना बंद हो जाती है, लेकिन उसके स्थान पर अन्य अजीब परछाइयां उसकी दृष्टि में आ जाती हैं। मृत्यु के निकट खड़ा व्यक्ति हमेशा रहस्यमयी और विचित्र चीजें देखने लगता है। इसके अलावा, ऐसे व्यक्ति को मृतकों की आत्माएं भी दिखाई देने लगती हैं। कभी-कभी वह उन लोगों की आत्माओं को देखता है जिन्हें वह बहुत प्यार करता था, तो कभी-कभी उन लोगों की आत्माओं को भी देखता है जिनके प्रति उसके मन में प्रेम या सम्मान नहीं था। इसलिए वह व्यक्ति प्रायः भयभीत रहता है।
दिखते हैं मृत्यु के दूतजो व्यक्ति मृत्यु के निकट होता है, उसे मृत्यु के दूत दिखाई देने लगते हैं। उसे बार-बार ऐसा अनुभव होता है जैसे कोई उसे लेने आ गया हो। उसे यमदूत जैसी रहस्यमयी और भयानक शक्तियां दिखाई देती हैं, जिससे वह और भी अधिक भयभीत हो जाता है। रहस्यमयी शक्तियों और मृत्यु के दूतों के प्रकट होने की घटनाएं विशेषकर रात के समय अधिक होती हैं। मृत्यु से पहले व्यक्ति को अपने पूर्वजों से संबंधित सपने आने लगते हैं। विशेषकर मरते हुए व्यक्ति को अपने पूर्वजों के सपने दिखाई देते हैं, जिसमें वे उसे अपने पास बुलाते हैं। कभी-कभी वर्षों पहले हुई घटनाएं भी पुनः उस व्यक्ति के सामने पुनः घटित होती हैं, जिससे उसके मन में चिंता और आशंका बनी रहती है कि ऐसी घटनाएं दोबारा भी हो सकती हैं।
मृत्यु के बाद मोक्ष प्राप्त करनामृत्यु के बाद मोक्ष प्राप्ति विभिन्न मार्गों से संभव है। इनमें से प्रमुख मार्ग पुण्य कर्म, भक्ति, ज्ञान और ध्यान हैं। मोक्ष पाने के लिए व्यक्ति को सांसारिक इच्छाओं और आसक्तियों को त्यागना होता है तथा आत्म-साक्षात्कार के साथ ईश्वर के साथ एकता प्राप्त करनी होती है। व्यक्ति को पाप और बुरे कर्मों से बचना चाहिए तथा अपने जीवन में अच्छे कर्मों और पुण्य का संचय करना चाहिए। दूसरों की मदद करना, गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता करना तथा दया और करुणा दिखाना सद्गुणों को बढ़ावा देते हैं। नियमित रूप से भगवान का नाम जपना, प्रार्थना और पूजा करना पुण्य प्राप्ति में सहायक होता है।
धार्मिक कार्य और अनुष्ठान जैसे दान देना और तीर्थयात्रा करना भी पुण्य के लिए लाभकारी माने जाते हैं। ईश्वर पर पूर्ण विश्वास रखना, उसकी आराधना करना और उसके प्रेम का अनुभव करना अत्यंत आवश्यक है। नियमित प्रार्थना, ध्यान और ईश्वर से संवाद भक्ति के मार्ग हैं। अपने सम्पूर्ण जीवन को ईश्वर को समर्पित करना और उसकी इच्छा के अनुसार जीवन जीना भक्ति का प्रमुख प्रतीक है।