10 जनवरी को साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानें क्या करना होगा आपको

साल 2020 की शुरुआत के साथ ही 10 जनवरी को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। बीते दिनों में 26 दिसंबर को साल का अंतिम सूर्यग्रहण देखा गया था। ग्रहण का जितना महत्व वैज्ञानिक तौर पर माना जाता हैं उतना ही ज्योतिषीय रूप से भी इसका बड़ा महत्व होता है। भारत के अलावा यह ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और यूरोप में भी देखने को मिलेगा। ग्रहण के दौरान मान्यता है कि व्यक्ति जितने अन्न के दाने खाता है उसे उतने वर्ष नर्क में गुजारने पड़ते हैं। हांलाकि यह ग्रहण एक तरह का उपछाया चंद्र ग्रहण है जिसमें सूतक नहीं लगेगा। आइए जानते हैं हिंदू धर्म के मुताबिक ग्रहण के वक्त किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

मंदिर के कपाट

जब भी किसी तरह का ग्रहण लगता है तो मंदिर के कपाट तक बंद कर दिए जाते हैं। मगर उपछाया वाले ग्रहण के दौरान ऐसा नहीं होता। न तो मंदिर के कपाट बंद होते हैं और न ही किसी खास धार्मिक कार्य के लिए मनाही की जाती है।

फल, फूल या लकड़ी

ग्रहण के दौरान किसी भी तरह का फल, फूल या लकड़ी को नहीं तोड़ना चाहिए। हिंदू मान्यताओं के अनुसार ऐसा करना अशुभ माना जाता है। भले ही यह उपछाया वाला ग्रहण है, इसमें किसी शुभ कार्य की मनाही नहीं होती, मगर ग्रहण को ग्रहण ही है, इस दौरान यदि आप कोई भी शुभ कार्य करते हैं, तो उसका फल आपको भरपूर रुप में नहीं मिल पाता। इन सब के अलावा यदि आप ग्रहण के दौरान बालों में कंघी करते हैं, या फिर बाल धोते हैं तो इसका बुरा प्रभाव आपके ऊपर पड़ता है।

गर्भवती महिलाएं

गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान जरुर रखना चाहिए। जैसे कि ग्रहण के समय कैंची, चाकू आदि का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां और बच्चे दोनों पर गलत असर पड़ता है। सिलाई से जुड़ा कोई भी काम करना गर्भवती महिला के लिए नुकसान साबित हो सकता है।