दशहरा स्पेशल : आज जरूर करें नारियल के ये 5 टोटके, करोड़पति बनने से कोई नहीं रोक सकता आपको

नवरात्रि के अगला दिन विजयादशमी के रूप में मनाया जाता हैं, जिसे भगवान श्रीराम की रावण पर विजय के लिए जाना जाता हैं। माना जाता है कि आज के दिन की गई किसी भी काम की शुरुआत सफलता ही दिलाती हैं। आज के दिन नारियल अर्थात श्रीफल का भी बड़ा महत्व माना जाता हैं। इसलिए आज हम आपके लिए नारियल के कुछ टोटके लेकर आए हैं, जिन्हें आज के दिन करने से आपको करोड़पति बनने से कोई नहीं रोक सकता हैं। तो आइये जानते हैं नारियल के इन टोटकों के बारे में।

* ऋण उतारने के लिए

एक नारियल पर चमेली का तेल मिले सिन्दूर से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं। कुछ भोग (लड्डू अथवा गुड़-चना) के साथ हनुमानजी के मंदिर में जाकर उनके चरणों में अर्पित करके ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें। तत्काल लाभ प्राप्त होगा। या दशहरे के दिन सुबह नित्य कर्म व स्नान आदि करने के बाद अपनी लंबाई के अनुसार काला धागा लें और इसे एक नारियल पर लपेट लें। इसका पूजन करें और उसको नदी के बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। साथ ही भगवान से ऋण मुक्ति के लिए प्रार्थना करें।

* व्यापार लाभ के लिए

कारोबार में लगातार घाटा हो रहा हो तो दशहरे के दिन एक नारियल सवा मीटर पीले वस्त्र में लपेटकर एक जोड़ा जनेऊ, सवा पाव मिष्ठान्न के साथ आस-पास के किसी भी राम मंदिर में चढ़ा दें। तत्काल ही व्यापार चल निकलेगा।

* कालसर्प या शनि दोष हेतु

शनि, राहू या केतु जनित कोई समस्या हो, कोई ऊपरी बाधा हो, बनता काम बिगड़ रहा हो, कोई अनजाना भय आपको भयभीत कर रहा हो अथवा ऐसा लग रहा हो कि किसी ने आपके परिवार पर कुछ कर दिया है, तो इसके निवारण के लिए दशहरे के दिन एक जलदार जटावाला नारियल लेकर उसे काले कपड़े में लपेटें। 100 ग्राम काले तिल, 100 ग्राम उड़द की दाल तथा 1 कील के साथ उसे बहते जल में प्रवाहित करें। ऐसा करना बहुत ही लाभकारी होता है।

* सफलता हेतु

यदि कोई काम काफी प्रयास के बावजूद सफल नहीं हो पा रहा तो आप एक लाल सूती का कपड़ा लें और उसमें रेशेयुक्त नारियल को लपेट लें और फिर बहते हुए जल में प्रवाह कर दें। जिस वक्त आप इसे जल में बहा रहे हों उस वक्त उस नारियल से सात बार अपनी कामना जरूर कहें।

* बीमारी या संकट हटाने हेतु

एक साबूत पानीदार नारियल लें और उसे अपने उपर से 21 बार वारकर किसी रावण दहन की आग में डाल दें। ऐसा घर के सभी सदस्यों के उपर से वारकर करेंगे तो उत्तम होगा।