Navratri 2021 : राशि अनुसार करें दुर्गा सप्तशती का पाठ, मिलेगी मां दुर्गा की कृपा

मातारानी के महापर्व नवरात्रि की आज से शुरुआत हो चुकी हैं। आज कलश स्थापना के साथ घर में मातारानी की पूजा की जाती हैं। माता को समर्पित सप्तशती का पाठ भी किया जाता हैं जिसे करने से भौतिक, दैहिक और आध्यात्मिक इच्छाएं पूर्ण होती है। आप पूरा पाठ करने में असमर्थ हैं तो अपनी राशि अनुसार इसके अध्यायों का पाठ कर सकते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इसे से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं कि किस राशि के जातकों को नवरात्रि के दौरान सप्तशती के कौनसे अध्याय का पाठ करना चाहिए। आइये जानते हैं इसके बारे में।

मेष राशि - इस राशि के लोगों पर मंगल ग्रह का प्रभाव होता है। इसलिए इन्हें गुस्सा जल्दी आ जाता है। ऐसे में इनके लिए दुर्गा सप्तशती के पहले अध्याय का पाठ करना शुभ रहेगा।

वृष राशि - वृष वालों पर शुक्र ग्रह का प्रभाव होता है। ये लोग बेहद ही भावुक स्वभाव के होते हैं। ये देवी मां की कृपा पाने के लिए इस नवरात्रि दुर्गा सप्तशती के दूसरे अध्याय का पाठ करें।

मिथुन राशि - इन लोगों पर बुध ग्रह का प्रभाल होती है। ऐसे में ये इनकी वाणी से जल्दी ही सामने वाला इंप्रेस हो जाता है। इन्हें दुर्गा सप्तशती के सातवें अध्याय का पाठ करने से लाभ होगा।

कर्क राशि
- कर्क वालों पर चंद्रमा का प्रभाव होता है। ये लोग मानसिक तौर पर थोडे़ परेशान रहते हैं। इस नवरात्रि कर्क राशि के लोग दुर्गा सप्तशती के पांचवे अध्याय का विधि-विधान से पाठ करना चाहिए। कहा जाता है कि इससे इनकी बंद किस्मत के ताले खुल जाते हैं।

सिंह राशि
- ये जातक सूर्य ग्रह प्रभावित होते हैं। इसलिए ये जल्दी ही सामने वाले को अपनी पर्सनैलिटी से इंप्रेस कर देते हैं। इन्हें इस नवरात्रि दुर्गा सप्तशती के तीसरे अध्याय का पाठ करने से लाभ होगा।

कन्या राशि
- कन्या राशि वालों पर बुध ग्रह का प्रभाव होता है। ये तेज दिमाग के मालिक होते हैं। मगर फिर भी सही समय पर सही फैसला लेने में सक्षम नहीं होते हैं। शायद इसलिए ये जीवन में जल्दी सफल नहीं हो पाते हैं। इन्हें इस समस्या से बचने के लिए दुर्गा सप्तशती के दसवें अध्याय का पाठ करना चाहिए।

तुला राशि
- इन लोगों पर शुक्र प्रधान होता है। इन्हें शुक्र ग्रह को खुद के अनुकूल बनाने के लिए इस नवरात्रि दुर्गा सप्तशती के छठे अध्याय का पाठ करना चाहिए।

वृश्चिक राशि - इस राशि के लोगों पर मंगल ग्रह हावी होता है। इसलिए इन लोगों का नेचर क्रोधी व रूखा-सूखा होता है। ये जल्दी ही गुस्से में आ जाती है। इन्हें अपने नेचर में बदलाव लाने के लिए नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती के आठवें अध्याय का पाठ करना चाहिए। इससे इनके बंद किस्मत के ताजे भी खुल जाएंगे।

धनु राशि - धनु वालों पर गुरु ग्रह प्रभावित होता है। इन्हें जीवन की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए दुर्गा सप्तशती के ग्यारहवें अध्याय का पाठ करने से लाभ होगा।

मकर राशि
- मकर वालों पर शनि ग्रह का प्रभाव होता है। इसलिए ये लोग हमेशा न्याय के लिए लड़ने से घबराते नहीं है। मगर इस स्वभाव के कारण इनके भारी गिनती में विरोधी होते हैं। इन्हें जीवन की समस्याओं से बचने व मनचाहा फल पाने के लिए दुर्गा सप्तशती के आठवें अध्याय का पाठ करना चाहिए।

कुंभ राशि
- इन लोगों पर शनि ग्रह प्रभावित होने के कारण जीवन में समस्या का सामना करना पड़ता है। इन लोगों को इन नवरात्रि दुर्गा सप्तशती के चौथे अध्याय का पाठ करना चाहिए। मान्यता है कि इससे इनके जीवन की समस्या दूर होकर घर में सुख-समृद्धि का वास होगा।

मीन राशि
- इस राशि के लोगों पर गुरु ग्रह का प्रभाव रहता है। इसलिए ये लोग जल्दी ही जीवन की समस्याओं को दूर कर देते हैं। साथ ही ये भौतिक सुखों से दूर रहना पसंद करते हैं। इन्हें इस नवरात्रि दुर्गा सप्तशती के नौवें अध्याय पाठ करना चाहिए। इससे इनकी भौतिक और आध्यात्मिक इच्छाएं पूरी होंगी।

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। lifeberrys हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से संपर्क जरुर करें।)