नवरात्रों में नहीं करे ये काम अगर चाहते है माँ को मानना

शास्त्रों और पुराणों के अनुसार नवरात्र अधिक महत्वपूर्ण होते है। कलियुग में नवरात्र का महत्व बढ़ गया है। शास्त्रों में नवरात्र को आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने का समय माना गया है। इसलिए नवरात्र के कई नियम हैं जिनका पालन व्रत करने वालों और जो व्रत नहीं करते हैं उन्हें भी करना चाहिए।

# नवरात्र शुद्धता से जुडा पर्व है, जिसमें नौ दिनों तक पूर्ण पवित्रता बनाए रखते हुए देवी के नौ स्वरूपों की आराधना करने का विधान है। इसलिए नवरात्र के दिनों में लोग शुद्धता से रहते है।

# बहुत से श्रद्धालु कपडे धोने, शेविंग करने, बाल कटाने और पलंग या खाट पर सोने से बचते हैं।

# नवरात्र में व्रत के समय बार-बार पानी पीने, दिन में सोने, तम्बाकू चबाने और स्त्री के साथ संबंध बनाने से भी व्रत खंडित हो जाता है। यानी नवरात्र में पति-पत्नी को साथ सोने से भी बचना चाहिए।

# नवरात्र के दिनों में मांस ,शराब और ऐसी नशे वाली चीजों का सेवन नही करना चाहिए।