Ganga Dussehra 2020 : मां गंगा के साथ करें शिव के ये उपाय, हर परेशानी से मिलेगी मुक्ति

मां गंगा में स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं और चिंताओं से मुक्ति मिलती हैं। इसी उद्देश्य से मां गंगा आज के दिन अर्थात ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन धरती पर अवतरित हुई थी जिसे गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता हैं। राजा भागीरथ की कठिन तपस्या के कारण ही पृथ्वी पर गंगा मैय्या का आगमन संभव हो पाया था। आज के दिन गंगा मां के साथ शिव के भी कुछ उपाय किए जाते हैं जो आपकी सभी परेशानियों से छुटकारा दिलाते हैं। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

काम में संतुष्टि के लिए

आज के दिन मिट्टी से बना एक मटका लेकर, उसमें गले तक पानी भरना चाहिए, साथ ही उसमें गंगाजल की कुछ बूंदे भी डालनी चाहिए। इसके बाद उस मटके पर ढक्कन लगाकर, उस पर श्रद्धानुसार कुछ दक्षिणा रखनी चाहिए और उसे किसी शिव मन्दिर में दान करना चाहिए। ऐसा करने से सारी उलझनें दूर हो जाती है।

अच्छे स्वास्थ्य के साथ लम्बी आयु के लिए

आज के दिन आपको गंगा दशहरा स्तोत्र में दी इन पंक्तियों का पांच बार पाठ करना चाहिए। संसार विष नाशिन्यै, जीवनायै नमोऽस्तु ते। ताप त्रय संहन्त्र्यै, प्राणेश्यै ते नमो नमः॥ कहते हैं आज के दिन इन पंक्तियों का पाठ करने के साथ ही शिव जी को सफेद पुष्प भी अर्पित करना चाहिए।

इच्छा पूर्ती के लिए

आज के दिन आपको गंगा मैय्या का ध्यान करते हुए इस पंक्ति का 11 बार पाठ करना चाहिए -शान्तायै च वरिष्ठायै वरदायै नमो नमः॥ और इसी के साथ शिवलिंग पर दूध भी अर्पित करें इससे लाभ होगा।

जीवन में समृद्धि के लिए

आज के दिन आपको गंगा मैय्या के निमित्त इन पंक्तियों का करना चाहिए। बृहत्यै ते नमस्तेSस्तु लोकधात्र्यै नमोSस्तु ते। नमस्ते विश्व मित्रायै नन्दिन्यै ते नमो नमः॥ ध्यान रहे आज के दिन इन पंक्तियों का 11 बार पाठ करने के साथ ही आपको शिवलिंग पर धतूरा अर्पित करें लाभ होगा।