Lunar Eclipse 2020 : चंद्रग्रहण के बाद जरूर करें ये 5 काम, दूर होगी घर की अशुद्धि

साल 2020 का आखिरी चंद्रग्रहण 5 जुलाई को लगने जा रहा हैं जो कि एक उपछाया होगा और इसमें सूतक का कोई खास महत्व नहीं रहता हैं। लेकिन माना जाता हैं कि चंद्रग्रहण के बाद धरती का वातावरण अशुद्ध हो जाता हैं जिन्हें कुछ कामों की मदद से दूर किया जा सकता हैं और नकारात्मक शक्तियों को बढ़ने से रोका जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं उन कामों के बारे में जो चंद्रग्रहण के बाद जरूर करने चाहिए ताकि आपके घर की अशुद्धि दूर हो सके।

अन्‍न दान करें

चंद्रग्रहण के बाद दान पुण्‍य का शास्‍त्रों में विशेष महत्‍व बताया गया है। चंद्रग्रहण के बाद सफेद वस्‍तुओं का दान करना मंगलकारी होता है। इनमें अक्षत, सफेद वस्‍त्र और दूध दही से बनी वस्‍तुओं को दान में दिया जा सकता है। ग्रहण के बाद गुरुजनों, ब्राह्मणों और पुरोहितों एवं जरूरतमंदों को दान करना चाहिए।

भगवान को करवाएं स्‍नान

चंद्रग्रहण के बाद मंदिर को साफ-सुथरा करके यदि आपके घर में भगवान विष्‍णु और बालगोपाल की प्रतिमा है तो उन्‍हें गंगाजल से स्‍नान करवाएं और वस्‍त्र दूसरे पहनाएं। उसके बाद विधि विधान से भगवान की पूजा करें और भोग लगाएं। भगवान को भोग लगाने के बाद ही खुद भी अन्‍न और जल ग्रहण करें।

पका भोजन पशुओं को खिलाए

चंद्रग्रहण के बाद रात के बचे हुए पके भोजन को न खाएं। आप चाहें तो इसे सुबह पशुओं को खिला सकते हैं। चंद्रग्रहण के वक्‍त घी या दूध से बनी चीजों में तुलसी के पत्‍ते डाल दें। ऐसा करने से आपको उन्‍हें फेंकना नहीं पड़ेगा। तुलसी में नकारात्‍मक शक्तियों को अवशोषित करने की क्षमता मानी जाती है। इस कारण ऐसा करना उचित माना जाता है।

घर की साफ-सफाई

चंद्रग्रहण के बाद घर की साफ-सफाई करना बेहद जरूरी माना जाता है। ग्रहण के बाद घर में हर जगह गंगाजल का छिड़काव करें। साथ ही पूजा स्‍थल को भी पवित्र करें और सभी मूर्तियों पर गंगाजल छिड़कें। उसके बाद पूजा करें और फिर से चंदन का टीका भगवान को लगाएं। पूजा के बाद भोग भी लगाएं।

स्‍नान जरूर करें

पुराणों में चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण के बाद स्‍नान को बेहद आवश्‍यक बताया गया है। ग्रहण के वक्‍त वातावरण में खतरनाक किरणों के प्रभाव से कुछ अशुद्धियां हो जाती हैं, इसलिए स्‍नान करना जरूरी माना जाता है। एक बात का ध्‍यान रखें कि स्‍नान कपड़े पहनकर करें। शास्‍त्रों में नग्‍न होकर स्‍नान करना वर्जित बताया गया है।