वास्तु के अनुसार कैसी हो घर में लगी तस्वीरें, जानें शुभ-अशुभ

अक्सर देखा जाता हैं कि घरों में कई तरह के चित्र या तस्वीर लगाईं जाती हैं जो घर के आकर्षण को बढ़ाने का काम करते हैं। लेकिन आपको यह जानना जरूरी हैं कि वास्तु के अनुसार हर वास्तु की अपनी एक ऊर्जा होती हैं जो व्यक्ति के जीवन पर असर डालती हैं। सोच की उत्पत्ति आपके आवास स्थल पर मौजूद सकारात्मक ऊर्जा पर निर्भर करती है। ऐसे में काम में लिए जाने वाले तस्वीर या प्रतीक वास्तुदोष से मुक्त होने चाहिए। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कौनसी तस्वीर घर में उपयोगी साबित होगी।

ठीक नहीं है ये तस्वीर

जानवरों की छवियाँ कठोरता, निर्दयता और लालच का प्रतीक मानी जाती है। अतः सज्जा में इनकी अवेहलना की जानी चाहिए। घर में जिन अन्य तस्वीरों को लगाना अनुचित माना गया है वे हैं युद्ध के रक्त रंजित दृश्य,उजाड़ लैंडस्केप, सूखे पेड़ एवं अवसाद फैलाने वाले दृश्य।

द्वार से समृद्धि का हो प्रवेश

वास्तु में प्रवेश द्वार को बहुत महत्व दिया गया है। यहां से ऊर्जाएं अंदर प्रवेश करती हैं। इसे हमेशा साफ-सुथरा रखें। यहां ज्यादा तड़क-भड़क वाली तस्वीरें न लगाकर शुभ प्रतीक चिह्न जैसे स्वास्तिक, ॐ, कलश, पवनघंटी, शंख, मछलियों का जोड़ा या आशीर्वाद मुद्रा में बैठे गणेश जी लगाना शुभकारक रहता है। ताज़ा अथवा प्लास्टिक की फूल-पत्तियों के तोरण से भी द्वार को सजाया जा सकता है।

इन जानवरों की तस्वीरें लगाना शुभ

जिन जानवरों की तस्वीरें लगाना शुभ हैं उनमें घोड़े की तस्वीर लगाना शामिल है घोड़े बलिष्टता, विस्तार, गति और पौरुष बल का प्रतिनिधित्व करते हैं। घोड़े का शोपीस या भागते हुए घोड़ों की तस्वीर पूर्व या उत्तर-पश्चिम दिशा में लगाने से काम में गति आती है। धैर्य का प्रतीक हाथी की तस्वीर उत्तर या दक्षिण दिशा में लगाने से यश एवं प्रसिद्धि निश्चित प्राप्त होते हैं। शांति और प्रचुरता की प्रतीक गाय को पूर्व, दक्षिण-पूर्व में रखने से दुःख और चिंताएं समाप्त होकर इच्छाओं की पूर्ति होने में मदद मिलती है।