दीपावली पर लक्ष्मीजी की तस्वीर के साथ-साथ पूजा में रखे इन 8 चीजों को भी, बरसेगा धन

दीपावली, दिवाली या दीवाली शरद ऋतु (उत्तरी गोलार्द्ध) में हर वर्ष मनाया जाने वाला एक प्राचीन हिन्दू त्यौहार है। दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है जो ग्रेगोरी कैलेंडर के अनुसार अक्टूबर या नवंबर महीने में पड़ता है। दीपावली भारत के सबसे बड़े और सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। दीपावली दीपों का त्योहार है। इस साल दीपावली शनिवार, 14 नवंबर को है। माना जाता है कि दीपावली के दिन अयोध्या के राजा राम अपने चौदह वर्ष के वनवास के पश्चात लौटे थे। अयोध्यावासियों का हृदय अपने परम प्रिय राजा के आगमन से प्रफुल्लित हो उठा था। श्री राम के स्वागत में अयोध्यावासियों ने घी के दीपक जलाए। कार्तिक मास की सघन काली अमावस्या की वह रात्रि दीयों की रोशनी से जगमगा उठी। तब से आज तक भारतीय प्रति वर्ष यह प्रकाश-पर्व हर्ष व उल्लास से मनाते हैं। भारतीयों का विश्वास है कि सत्य की सदा जीत होती है झूठ का नाश होता है।

दीपावली के दिन किए गए दान, हवन, पूजन का फल शीघ्र मिलता है। ऐसे में आज हम आपको बताते है कि दीपावली पर लक्ष्मी पूजा करते समय कौन-कौन सी चीजें अनिवार्य रूप से रखनी चाहिए।

महालक्ष्मी की तस्वीर

दीपावली पर लक्ष्मीजी की ऐसी फोटो खरीदें, जिसमें वे भगवान विष्णु के चरणों के पास बैठी हैं। इस तस्वीर की पूजा करना बहुत शुभ माना गया है।

पारे से बनी लक्ष्मी प्रतिमा

दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के लिए पारे से बनी लक्ष्मी प्रतिमा बहुत शुभ मानी गई है। दीपावली पर पारद लक्ष्मी की मूर्ति खरीदनी चाहिए।

चरण चिह्न

मां लक्ष्मी के चांदी से चरण चिह्न खरीदना चाहिए। इसे लक्ष्मी पूजा में रखें और इसके बाद घर की तिजोरी में रखना चाहिए। घर में मां लक्ष्मी का स्वरूप मां ललिता श्री का प्रतीक हैं और ध्यान रहे जिसमें सोलह चिन्ह बने होते हैं वही मां लक्ष्मी चरण पादुका जहां भी स्थापित की जाती हैं। कहा जाता है जहाँ ऐसी चरण पादुका होती है वहां से समस्याओं का नाश हो जाता है और वही इसकी स्थापना से धनाभाव समाप्त होकर स्थाई धन संपत्ति का मार्ग प्रशस्त हो जाता हैं। हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक महालक्ष्मी के चरणों में सोलह शुभ चिन्ह बने होते हैं और यह चिन्ह अष्ट लक्ष्मी के दोनों पावों से उपस्थित 16 षोडश चिन्ह हैं, जो के 16 कलाओं का प्रतीक माना जाता हैं। कहते हैं शास्त्रों में माता लक्ष्मी को षोडशी भी कहकर पुकारा जाता हैं। आइए जानते हैं कौन सी हैं वो सोलह कलाएं-

- अन्नमया,
- प्राणमया,
- मनोमया,
- विज्ञानमया,
- आनंदमया,
- अतिशयिनी,
- विपरिनाभिमी,
- संक्रमिनी,
- प्रभवि,
- कुंथिनी,
- विकासिनी,
- मर्यदिनी,
- सन्हालादिनी,
- आह्लादिनी,
- परिपूर्ण,
- स्वरुपवस्थित

श्रीयंत्र

श्रीयंत्र (Shree Yantra) देवी लक्ष्मी का प्रतीक है। इसे घर के मंदिर में स्थापित करना चाहिए। श्रीयंत्र को उस यंत्र के रूप में देखा जाता है जिसका पूजन करने से सुख-संपत्ति, सौभाग्य ऐश्वर्य और विद्या आदि की प्राप्ति होती है। आमतौर पर सभी यंत्रों में से श्री यंत्र को यंत्रों का राजा कहा जाता है और इस यंत्र को संपूर्ण ब्रह्मांड का प्रतीक माना जाता है। सभी यंत्रों में श्री यंत्र ही केवल एक ऐसा यंत्र है जिसकी पूजा करने से समस्त देवी-देवताओं के साथ रखकर पूजा जाता है। दीपावली पर इसका पूजन करने से सालभर धन-संपत्ति की कमी नहीं होती है।

कुबेर मूर्ति

कुबेर धन के देवता और देवताओं के कोषाध्यक्ष हैं। इनकी प्रतिमा घर की उत्तर दिशा में रखनी चाहिए।

कुबेर पूजा मंत्र

ओम श्रीं, ओम ह्रीं श्रीं, ओम ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:।

दक्षिणावर्ती शंख

विष्णुजी और महालक्ष्मी की पूजा में दक्षिणावर्ती शंख का महत्व काफी अधिक है। दीपावली पर शंख खरीदें और इस शंख में केसर मिश्रित दूध भरकर विष्णु-लक्ष्मी का अभिषेक करें।

मोती शंख

ये एक दुर्लभ शंख है। दिखने में बहुत ही सुंदर होता है। दीपावली पर मोती शंख खरीदें और पूजा के बाद इसे अपनी तिजोरी में रखें।

पीली कौड़ी

लक्ष्मीजी समुद्र से प्रकट हुई थीं और कौड़ी भी समुद्र से ही मिलती है। इसी वजह से लक्ष्मी पूजा में पीली कौड़ियां रखने की परंपरा पुराने समय से चली आ रही है।

कमल गट्टा

देवी लक्ष्मी की पूजा में कमल का फूल रखना अनिवार्य है। कमल के पौधे से कमल गट्टा भी मिलता है। कमल गट्टे से बनी माला से लक्ष्मी मंत्र का जाप करना चाहिए। दीपावली पर कमल गट्टे की माला भी खरीद सकते हैं।

कमल गट्टे के उपाय

- जो व्यक्ति प्रत्येक बुधवार को 108 कमल गट्टे के बीज लेकर घी के साथ एक-एक करके अग्नि में 108 आहुतियां देता है। उसके घर से दरिद्रता हमेशा के लिए चली जाती है।

- जो व्यक्ति पूजा-पाठ के दौरान कमल गट्टे की माला अपने गले में धारण करता है उस पर लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है।

- यदि रोज 108 कमल के बीजों से आहुति दें और ऐसा 21 दिन तक करें तो आने वाली कई पीढिय़ां सम्पन्न बनी रहती हैं।

- यदि दुकान में कमल गट्टे की माला बिछा कर उसके ऊपर भगवती लक्ष्मी का चित्र स्थापित किया जाए तो व्यापार में कमी आ ही नहीं सकती। उसका व्यापार निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर होता रहता है।

- कमल गट्टे की माला भगवती लक्ष्मी के चित्र पर पहना कर किसी नदी या तालाब में विसर्जित करें तो उसके घर में निरंतर लक्ष्मी का आगमन बना रहता है।

लघु नारियल

आम नारियल से थोड़ा छोटा होता है लघु नारियल। दीपावली पर इस नारियल की पूजा करनी चाहिए। पूजा के बाद लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख सकते हैं।