धन प्राप्ति और एकाग्रता के लिए स्फटिक की माला उत्तम, जाने कुछ और बातें

भारत में भगवान के प्रति आस्था और विश्वास को साफ़ तौर पर देखा जा सकता हैं। बस सभी को व्यक्त करने का तरीका अलग हो सकता हैं। ऐसा ही एक तरीका होता है माला का जाप करना। जो कि मन को शांत और एकाग्रचित होकर व्यक्ति को भगवान का ध्यान करने में सहायता करता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये माला भी कई तरह की होती हैं और इन सभी विभिन्न मालाओं का अपना अलग महत्व होता हैं। आज हम आपको उन्हीं सभी मालाओं के महत्व के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते है विभिन्न मालाओं के महत्व के बारे में।

* स्फटिक की माला
: स्फटिक शुक्र ग्रह से सम्बंधित होता है यदि व्यक्ति इसकी माला को धारण करता है तो वह शुक्र ग्रह के हानिकारक प्रभाव से बच सकता है। यह माला एकाग्रता, सम्पन्नता और शान्ति की माला मानी जाती है। माँ सरस्वती और माँ लक्ष्मी के मन्त्र इस माला से जपना उत्तम होता है। धन प्राप्ति और एकाग्रता के लिए स्फटिक की माला धारण करना भी अच्छा होता है।

* तुलसी की माला : हिन्दू धर्म में तुलसी को एक पवित्र पौधा माना जाता है यदि व्यक्ति तुलसी की माला धारण करता है तो इससे उसकी आत्मा पवित्र होती है और विचारों में शुद्धता आती है। भगवान् विष्णु और उनके अवतारों के मन्त्रों का जाप इसी माला से किया जाता है। यह माला धारण करने पर वैष्णव परंपरा का पालन जरूर करना चाहिए। तुलसी की माला पर कभी भी देवी और शिव जी के मन्त्रों का जप नहीं करना चाहिए।

* रुद्राक्ष की माला :

रुद्राक्ष को भगवान् शिव का प्रतीक माना जाता है इसे धारण करने वाले व्यक्ति को किसी नकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित होने की सम्भावना नही होती है। शिव जी और उनके परिवार के लोगों के मन्त्र रुद्राक्ष पर विशेष लाभकारी होते हैं। महामृत्युंजय और लघुमृत्युंजय मन्त्र केवल रुद्राक्ष पर ही जपना चाहिए।

* चन्दन की माला :

चन्दन एक पवित्र और सुगन्धित लकड़ी होती है इसकी माला धारण करने वाले व्यक्ति के शरीर में नयी ऊर्जा का संचार होता है जिसकी वजह से उसके मन की एकाग्रता बनी रहती है।