आज 2 नवंबर, मंगलवार को धनतेरस का पर्व मनाया जाना हैं जिससे दिवाली की शुरुआत होती हैं। धनत्रयोदशी का आरंभ 2 नवंबर के दिन में 11 बजकर 35 मिनट पर होगा। त्रयोदशी 3 नवंबर की प्रातः 9 बजकर 7 मिनट तक रहेगी। राहुकाल दोपहर 3:00 से 4:30 बजे तक रहेगा। ऐसे में संभव हो धनतेरस की खरीदारी के लिए इस समय का त्याग करना चाहिए, क्योंकि मान्यताओं के अनुसार धनतेरस पर राहुकाल में शुभ लाभ की इच्छा से खरीदारी सुखद नहीं रहती है। जबकि इस दिन सुबह सुबह 11 बजकर 44 मिनट तक उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र प्रभाव में होगा। इस नक्षत्र के स्वामी चंद्रमा हैं। लिहाज़ा इस वर्ष का धनतेरस पर्व प्रेम, दया, कला में जहां शुभ फल देगा वहीं आर्थिक मामलों में अस्थिरता प्रदान करेगा। वैसे धन त्रयोदशी के मौके पर हस्त नक्षत्र में लक्ष्मी-कुबेर का पूजन करना काफी हद तक सकारात्मक फल प्रदान करने वाला होगा।
धनवंतरि पूजन समयधनतेरस पर वृष लग्न में कुबेर और लक्ष्मी का पूजन करना श्रेयस्कर होगा। भगवान धन्वंतरि को हिंदू धर्म में देव वैद्य का पद प्राप्त है। लिहाज़ा, उत्तम स्वास्थ्य के लिए धन्वन्तरि पूजन अमृत चौघड़िया, लाभ चौघड़िया, धनु लग्न या कुंभ लग्न में करना विशेष लाभकारी होगा। अमृत चौघड़िया 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। ध्यान रखें कि स्थान भेद से पूरे देश में इस समय में कुछ मिनटों का अंतर हो सकता है। इस भेद से बचने के लिए आप 12 बजकर 40 मिनट से 1 बजकर 20 मिनट तक के समय को ले सकते हैं। जबकि लाभ चौघड़िया शाम में 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक रहेगा। इस समय में दीप दान, धनवंतरि पूजन, लक्ष्मी कुबेर पूजन करना शुभ लाभदायक होगा।
धनतेरस की शाम इन 4 जगहों पर जरूर जलाएं दीयापीपल वृक्ष के नीचे धनतेरस की शाम को पीपल वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं। धार्मिक मान्यताओं अनुसार, पीपल में धन की देवी लक्ष्मी का वास होता है। ऐसे में धनतेरस के शुभ अवसर पर यहां दीपक जलाने से आर्थिक परेशानी दूर होती है। जीवन में अन्न व धन की बरकत बनी रहती है।
बेल के वृक्ष के नीचेजो लोग धन संबंधी समस्याओं से परेशान है वे धनतेरस की शाम या रात को बेल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं। इसके साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि दीपक घी का हो। इससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। ऐसे में आपके घर में सुख-समृद्धि का वास होगा।
श्मशान घाट परधार्मिक मान्यताओं अनुसार, धनतेरस की रात श्मशान घाट पर भी दीपक जरूर जलाना चाहिए। माना जाता है कि इससे धन की देवी लक्ष्मी की असीम कृपा बरसती है। इसतरह जीवन में पैसों की किल्लत दूर होती है।
घर की चौखट परवृक्ष, श्मशान घाट के अलावा घर की चौखट पर भी दीपक जरूर जलाएं। मान्यता है कि इससे घर में मां लक्ष्मी प्रवेश करती है। कहा जाता है कि जिन घरों में देवी लक्ष्मी का वास होता हैं वहां कभी भी अन्न व धन संबंधी समस्या नहीं आती है। इसलिए धनतेरस के पावन दिन पर ऊपर बताई जगहों के साथ घर की चौखट पर दीपक जलाना ना भूलें।