आइये जानते हैं किस तरह हथेली के रंग से आप जान सकते है किसी के स्वभाव के बारें में

ज्योतिष शास्त्र को हिन्दू धर्म में बड़ा महत्व दिया जाता हैं क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में कई प्रकार के तरीके हैं जिनसे थोडा अध्ययन करके किसी भी व्यक्ति के बारे में जानकारी बताई जा सकती हैं। आज हम बात करने जा रहे हैं हस्तरेखा ज्ञान के बारे में जिसमें किसी भी व्यक्ति की हथेली का रंग जान कर उसके स्वभाव और चरित्र के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती हैं। तो आइये जानते हैं किस तरह हथेली के रंग से जाने किसी भी व्यक्ति के स्वभाव के बारे में।

* हथेली पर दाग-धब्बे

यदि किसी व्यक्ति की हथेली पर दाग-धब्बे दिखाई देते हैं तो वे लोग नशे की लत के शिकार हो सकते हैं। ऐसे लोगों का जीवन सामान्यत: सुख-सुविधाओं के अभाव में व्यतीत होता है।

* हथेली का रंग गुलाबी

गहरा गुलाबी- जिस व्यक्ति की हथेली का रंग गहरा गुलाबी दिखाई देता है, वह शाही सुख प्राप्त करने वाला होता है। यदि इन लोगों की छोटी-छोटी बातें भी पूरी नहीं होती हैं तो इन्हें क्रोध आ जाता है। हालांकि, ये लोग बहुत जल्दी खुश भी हो जाते हैं। इन लोगों के विचार बदलते रहते हैं, आज जिस बात को सही बता रहे हैं, उसी बात को कल गलत भी बता सकते हैं।

* हथेली का रंग मटमैला

जिन लोगों की हथेली मटमैले रंग की होती है, वे जीवन में अधिकांश समय दरिद्रता का सामना करते हैं। धन की कमी के कारण ये लोग निराश हो जाते हैं। ऐसी हथेली वाला व्यक्ति कड़ी मेहनत के बाद भी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं कर पाते हैं। आमतौर पर ऐसे लोग कार्यों में झूठ का सहारा भी लेते हैं। इन्हें अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना चाहिए।

* हथेली का रंग पीला

यदि किसी व्यक्ति की हथेली का रंग पीला दिखाई देता है तो यह शुभ लक्षण नहीं होता है। पीले रंग की हथेली व्यक्ति की कमजोरी की ओर इशारा करती है। ऐसी हथेली वाले लोगों को कई प्रकार की बीमारियां होने का भय बना रहता है। यदि किसी स्त्री की हथेली का रंग पीला है तो वह पुरुष की ओर जल्दी आकर्षित हो जाती है और यदि किसी पुरुष की हथेली का रंग पीला है तो वह किसी स्त्री की ओर जल्दी आकर्षित हो जाता है।

* हथेली का रंग सफेद

निस्तेज सफेद रंग- निस्तेज सफेद रंग का अर्थ है कि ऐसा सफेद रंग जिसमें किसी प्रकार की चमक ना हो, आभाहीन सफेद रंग की हथेली, सूखी-सूखी हथेली दिखाई देना। जिन लोगों की हथेली ऐसी होती है, वे उत्साही नहीं होते हैं। किसी भी कार्य के प्रति इन लोगों में कोई उत्साह नहीं होता है। आमतौर पर ऐसे लोग अकेले में रहना पसंद करते हैं। किसी भी समारोह या पार्टी में इनका मन नहीं लगता है। कार्यों के प्रति अकर्मठ रहते हैं, इस वजह से इन्हें महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त नहीं हो पाती है। इनके जीवन में धन की कमी बनी रहती है। इस कारण इनके जीवन में अधिकांश समय कठिन परिस्थितियां रहती हैं।