आज मंगलवार का दिन हैं अर्थात हनुमान जी की आराधना का दिन। हांलाकि हनुमान जी की आराधना तो हर दिन की जाती हैं लेकिन मंगलवार को की गई आराधना का विशेष महत्व होता हैं। हनुमान जी की आराधना का सर्वश्रेष्ठ जरिया है हनुमान चालीसा का पाठ। क्या आप जानते हैं हनुमान चालीसा का पाठ हमारे जीवन के कष्टों को दूर करने में कितना उपयोगी हैं। नियमित रुप से हनुमान चालीसा का पाठ करने से भक्तों के सभी समस्याओं का अंत होता है और उनके शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है। और अगर हनुमान जी को जल्दी प्रसन्न करने की चाहत रखते हैं तो आपको रात के समय हनुमान चालीसा का वाचन करना उचित रहेगा। तो आइये हम बताते हैं कि किस तरह से रात के समय हनुमान चालीसा का पाठ करने से जीवन के कष्टों का निवारण होगा।
* समस्याओं से निजात पाने के लिए : अगर आप किसी परेशानी में हैं तो रात के वक्त हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें। लेकिन इस बात का खास ख्याल रखें कि अगर आज आपने हनुमान चालीसा का पाठ रात के नौ बजे किया तो हर रोज आपको इसी समय पर यह पाठ करना होगा। इसके साथ ही आपको चालीसा का पाठ करने के लिए एक आसन रखना होगा लेकिन उसे बदलना नहीं है। ऐसा लगातार 21 दिन करने से आप बजरंगबली की कृपा प्राप्त कर अपनी सभी समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
* शनि की साढे साती से बचने के लिए : अगर आपकी कुंडली में शनि की साढ़े साती चल रही है तो ऐसे में हनुमान जी की आराधना आपको इस समस्या से निजात दिला सकती है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक रात को सिर्फ 8 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि की साढ़े साती से निजात मिल सकती है। मान्यता है कि हनुमान जी की पूजा करने से शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता है और शनिदेव हनुमान जी के भक्तों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।
* अपने बच्चे की मंगल कामना के लिए : अगर आपके बच्चे का स्वभाव गुस्सैल या अलग किस्म का है तो आपको मंगलवार और शनिवार के दिन रात के समय 8 बजे हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। इस पाठ को 9 दिन तक लगातार करना चाहिए और कोशिश यह करनी चाहिए कि इन नौ दिनों में चालीसा का 108 बार पाठ पूरा हो जाए।
* विदेश जाने के लिए लिए : अगर आप विदेश जाना चाहते हैं लेकिन विदेश जाने की आपकी कोशिश बार-बार नाकाम हो जा रही है तो फिर ऐसे में हनुमान जी की आराधना आपकी विदेश यात्रा को सफल बना सकती है। विदेश जाने के लिए हर रोज रात में 8 बजकर 30 मिनट पर हनुमान चालीसा का पाठ करें और कोशिश करें कि 9 दिन में 108 पाठ पूरे हो जाएं।