सावन में शिव के इन मन्त्रों का जाप, दिलायेगा सभी कष्टों से छुटकारा

सावन का महीना अर्थात शिव का महीना। इस महीने में भगवान शिव की पूजा की जाती हैं और भगवान शिव अपने भक्तों के सभी कष्टों को हरते हैं। इसलिए यह महीना हमारे जीवन के सभी कष्टों को दूर कर सकता हैं, बस जरूरत है शिव को प्रसन्न करने की। सावन के महीने में शिव को रिझाने के लिए कई काम किये जाते हैं जैसे पूजा-पाठ, जलाभिषेक आदि। लेकिन इसी के साथ ही सावन के महीने में अगर शिव की आराधना कुछ विशेष मन्त्रों के साथ की जाए तो व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है। आज हम आपको उन्हीं मन्त्रों के बारे में बताने जा रहे हैं, तो आइये जानते हैं।

* सावन में इन मन्त्रों से करें शिव की आराधना :

"अपक्रामन्तु भूतानि पिशाचाः सर्वतो दिशा। सर्वेषामवरोधेन ब्रह्मकर्म समारभे।।
अपसर्पन्तु ते भूताः ये भूताः भूमिसंस्थिताः। ये भूता विनकर्तारस्ते नष्टन्तु शिवाज्ञया।।"

* तत्पश्चात शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए इस मंत्र का जाप करें :

"गंगा सिन्धुश्य कावेरी यमुना च सरस्वती। रेवा महानदी गोदा अस्मिन् जले सन्निधौ कुरु।।

* चंदन की धूप जलाते हुए इस मंत्र का जाप करें :

"काशीवास निवासिनाम् कालभैरव पूजनम्। कोटिकन्या महादानम् एक बिल्वं समर्पणम्।।
दर्षनं बिल्वपत्रस्य स्पर्षनं पापनाशनम्। अघोर पाप संहार एकबिल्वं शिवार्पणम।।
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रयायुधम्। त्रिजन्मपाप संहारं एकबिल्वं शिवार्पणम।।
गंगोत्तरी वेग बलात् समुद्धृतं सुवर्ण पात्रेण हिमांषु। शीतलं सुनिर्मलाम्भो ह्यमृतोपमं जलं गृहाण काशीपति भक्त वत्सल।।"