तुलसीदास जयंती : मनोकामना अनुसार करें रामचरितमानस के इन दोहों का जप

आज सावन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी हैं जो कि तुलसीदास जयंती के रूप में मनाई जाती हैं। गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रामचरित मानस की रचना की गई थी। इसके चलते ही भगवान राम की महिमा का घर-घर में गुणगान होता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रामचरितमानस में बताए गए कई दोहों का जाप आपकी मनोकामनाओं को पूर्ण करने का काम करते हैं। तो आइये जानते हैं रामचरितमानस के उन दोहों के बारे में जो कार्य की सिद्धि पप्राप्त करवाते हैं।

मनोरथ पूर्ति के लिए

भव भेषज रघुनाथ जसु, सुनहि जे नर अरू नारि।
तिन्ह कर सकल मनोरथ सिद्ध करहि त्रिसिरारि।।

आप घर पर हर रोज रामचरितमानस की इस चौपाई का जप करें, आपकी हर इच्छा पूरी होगी।

विद्या प्राप्ति के लिए

गुरू गृह गए पढ़न रघुराई।
अल्प काल विद्या सब आई।।

छात्रा विद्या प्राप्ति के लिए रामचरितमानस की इस चौपाई का जप करेंगे तो उन्‍हें ना सिर्फ प्रतियोगिता में अच्छे अंक प्राप्त होंगे बल्कि आपके ज्ञान में भी इजाफा होगा।

शत्रु को मित्र बनाने के लिए

गरल सुधा रिपु करहिं मिताई।
गोपद सिंधु अनल सितलाई।।

अगर आपका शत्रु आपको परेशान करता रहता है तो सुबह उठकर रामचरितमानस की इस चौपाई जा जप करें, ऐसा करने से शत्रु मित्र बन जाएगा और आपकी सभी परेशानी भी दूर होगी।

रोजगार के लिए

बिस्व भरन पोषन कर जोई।
ताकर नाम भरत अस होई।।

अगर आपको रोजगार नहीं मिल रहा है या फिर नए अवसर प्राप्त नहीं हो रहे हैं तो रामचरितमानस की इस चौपाई का 108 बार जप करें तो उन्‍हें सफलता जरूर मिलेगी।

विवाह के लिए

तब जन पाई बसिष्ठ आयसु ब्याह, साज सँवारि कै।
मांडवी, श्रुतकी, रति, उर्मिला कुँअरि लई हंकारि कै।।

आप इस चौपाई का 108 बार जप करेंगे तो आपकी विवाह संबंधी हर समस्या का समाधान हो जाएगा और अच्छे विवाह के अवसर आपको प्राप्त होंगे।

संकट के लिए

दीनदयाल बिरिदु सम्भारी।
हरहु नाथ मम संकट भारी।।

अगर कोई आपकी पहचान का व्यक्ति संकट में है तो भगवान राम के आगे इस चौपाई का जप करें, इससे आपके संकट का समाधान हो जाएगा।

बाधा निवारण के लिए

प्रनवऊं पवनकुमार खल बन पावक ग्यान घन।
जासु ह्वदय आगार बसहि राम सर चाप धर।।

आप घर पर हर रोज इस चौपाई का जप करेंगे तो आपकी इच्छा जरूर पूरी होगी।