आज साल 2021 का अंतिम चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। यह एक खगोलीय घटना जरूर हैं लेकिन इसका धार्मिक और ज्योतिष महत्व भी बहुत हैं। ग्रहण के दौरान सभी जीव-जंतुओं और मनुष्यों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ग्रहण कृत्तिका नक्षत्र और वृषभ राशि में लगने वाला हैं। ग्रहण पूर्ण हो तो यह प्रभावी होता हैं लेकिन आज लगने वाला ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण रहेगा। अगर उपछाया ग्रहण हैं तो इसमें सूतक के नियमों का अधिक पालन नहीं किया जाता है। हांलाकि ग्रहण समाप्त होने के पश्चात भी कुछ कार्य करना आवश्यक होता है ताकि ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचा जा सके। आज इस कड़ी में हम आपको चंद्रग्रहण से जुड़ी जानकारी और इसके बाद किए गए उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं।
कब है चंद्र ग्रहण ज्योतिष गणना के अनुसार साल का अंतिम चंद्र ग्रहण आज यानि 19 नवंबर 2021 को लगने जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण विक्रम संवत 2078 में कार्तिक मास की पूर्णिमा को कृत्तिका नक्षत्र और वृषभ राशि में लगने वाला है। ऐसे में इस राशि और नक्षत्र में जन्मे जातकों पर ग्रहण का अधिक प्रभाव पड़ेगा। इस बार का चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण रहेगा।
सूतक काल मान्य नहीं पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण का आरंभ प्रातः लगभग 11 बजकर 30 मिनट से होगा और इसका समापन सायं 05 बजकर 33 मिनट पर होगा। सूतक काल तभी प्रभावी माना जाता है जब पूर्ण ग्रहण की स्थिति बनें। 19 नवंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण आंशिक है, इसलिए इस ग्रहण में सूतक काल के नियमों का पालन मान्य नहीं होगा।
इन देशों में लगेगा चंद्र ग्रहण आज लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत समेत यूरोप और एशिया के कई हिस्सों में दिखाई देगा। वहीं ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, उत्तर-पश्चिम अफ्रीका, अमेरिका और प्रशांत महासागर में देखा जा सकेगा, ज्योतिषविद इसे आंशिक चंद्र ग्रहण बात रहे हैं।
अशुभ प्रभाव से बचने के लिए चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद जरूर करें ये कामकरें साफ-सफाईचंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद पूरे घर और पूजा घर की साफ-सफाई करें। ग्रहण समाप्त होने के बाद सफाई अवश्य करनी चाहिए क्योंकि ग्रहण के समय नकारात्मकता बढ़ जाती है। इसे दूर करने के लिए घर में सफाई करने के बाद गंगाजल छिड़कना चाहिए।
अवश्य करें स्नानग्रहण समाप्त होने के बाद घर की साफ-सफाई के साथ ही स्वयं भी स्नान अवश्य स्नान करना चाहिए क्योंकि ग्रहण की नकारात्मकता का प्रभाव मनुष्य के शरीर पर भी पड़ता है। इसलिए जब चंद्र ग्रहण समाप्त हो जाए तो स्नान अवश्य करें। यदि हो सके तो किसी पवित्र नदी या सरोवर में जाकर स्नान करना चाहिए। यदि नदी पर जाकर स्नान नहीं कर सकते तो घर पर ही पानी में गंगाजल डालकर स्नान करना चाहिए।
करें दानजब चंद्र ग्रहण समाप्त हो जाए तो दान अवश्य करें। ग्रहण समाप्त होने के बाद दान करना बहुत पुण्यदाई माना जाता है। ग्रहण समाप्त होने के पश्चात जरूरतमंद लोगों में अन्न, वस्त्र आदि का क्षमतानुसार दान करना चाहिए।