Holi 2018 : होलिका दहन के दिन परिवार कि सुख-शांति और लक्ष्मी प्राप्ति के लिए करे ये टोटके

होलिका दहन, होली से एक दिन पूर्व मनाया जाता है। इसके पीछे भक्त प्रहलाद, उसकी बुआ होलिका और भगवान नरसिंह से जुडी कहानी हैं। यह पर्व इस सन्देश को बढाता है कि इज्सके साथ उपरवाला है उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। होलिका दहन को एक मंगलकारी दिन मानते हुए यह दिन टोटकों के लिए ख़ास माना जाता हैं। होलिका दहन के दिन परिवार कि सुख-शांति और रोगों से मुक्ति के लिए कई टोटके किये जाते हैं। तो आइये जानते हैं उन उपायों के बारे में।

* इस दिन घर के सभी सदस्यों को होलिका में एक बतासा, देशी घी में भिगोई हुई 2 लौंग, एक नागर पान चढ़ाना चाहिए।

* होलिका दहन की रात तगर, काकजंघा, केसर को “क्लीं कामदेवाय फट स्वाहा” मंत्र से अभिमंत्रित करें तथा धुलंडी वाले दिन इसे अबीर या गुलाल में मिलाकर इसे इच्छित ओरत के सिर पर डाले तो वश में होती हैं। इस वशीकरण मंत्र जो उपयोग से आप अपनी पत्नी या इच्छित ओरत को वश में कर सकते हैं।

* पुरष को वश में करने के लिए विधिवत होली पूजा के समय वैजयंती माला को भी रख दे। साथ-साथ इस मंत्र, ॐ क्रीं कामेश्वरी वश्य प्रियाय क्रीं ॐ का विधिवत जाप करके इस माला को सिद्ध कर ले। 11 माला मंत्र का जाप करके वैजयंती माला को पहनकर इच्छित व्यक्ति या पति के सामने जाएँ वह धीरे-धीरे आपके वश में हो जाएगा।

* इस दिन पुरे दिन काले कपडे में काले तिल डालकर अपने पास रखने चाहिए और फिर शाम को दहन के समय उन्हें होलिका में डाल देने चाहिए।

* भगवान विष्णु के सामने सात गोमती चक्र रखकर विनती करनी चाहिए की वो आपके सभी मुसीबतों को ख़त्म कर दे और यह कह कर इन गोमती चक्रों को दहन में स्वाहा करा दे।

* एक मंत्र को जपने से घन वृद्धि होती है। इस मंत्र का जाप होली की रात्रि में करना चाहिए। जितने ज्यादा समय करेंगे उतना ज्यादा आपको इसका फल मिलेगा। यज मंत्र है "ॐ नमोह: धनदाय: स्वाह:"।

* रोग समाप्त के लिए होलिका की परिक्रमा करते समय इस मंत्र के जपने से रोग से मुक्ति हो जाती हैं। यह मंत्र है "ॐ नमोह: भगवत: रूद्र: मार्तक: माधय: संस्थिताय: मम शरीर अमृत: कुरु कुरु स्वाह:"।

* दहन के बाद अगले दिन होलिका की राख लाकर उसमे थोड़ी राई और थोडा नमक डाल कर घर में रख ले। यह नकारात्मक चीजो से घर का बचाव करती है।

* होली की रात्रि भगवान नरसिंह के सामने एक सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाये और अपने दुखो के निवारण के लिए विनती करे।