जीवन की हर समस्याओं का समाधान है इन मोरपंख से जुड़ें टोटकों में

भगवान कृष्ण के प्रिय मोरपंख की महिमा हिन्दू धर्म में बहुत मानी गई हैं। पौराणिक समय में ग्रंथों की रचना मोरपंख को कलम बनाकर ही की गई। मोरपंख के लिए यह माना गया है कि मोरपंख जहां होता है उस जगह को बुरी शक्तियों के प्रभाव से बचाए रखता हैं। मोरपंख द्वारा किये गए कुछ उपाय समस्याओं से छुटकारा दिलाते हैं। तो आयुए जानते हैं किस तरह किये जाते हैं मोरपंख के ये उपाय।

* अटके काम बनाये : यदि आपका कोई काम अटका पड़ा है और बार बार कोशिश करने के बाद भी पूरा नही हो रहा है तो आप इसे काम में ले। राधे कृष्ण के मंदिर में जाकर उनकी प्रतिमा के पास एक मोरपंख रख दे। अब रोज मंदिर में जाकर 40 दिनों तक पूजा अर्चना करे। 40वे दिन इसे अपने घर में लाकर रख दे। आपके बिगडे हुए कार्य पूर्ण होने लगेंगे।

* झगड़ों से दूरी : जो व्यक्ति अपने घर में दो मोरपंख रखता हैं, उस परिवार में कभी फूट पैदा नहीं होती हैं। घर में दो मोरपंख रखने से घर में लड़ाई झगड़े नहीं होते हैं और परिवार साथ मिल ख़ुशी ख़ुशी रहता हैं।

* नकारात्मक उर्जा को रखें दूर : मोर पंख से बने पंखे को घर के अंदर ऊपर से नीचे फहराने से घर की आसपास की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है। घर में मोर पंख को रखने से शुभता का संचार होता है तथा सुख-समृद्धि और लक्ष्मी कृपा प्राप्त होती है।घर के वातावरण में मौजूद नकारात्मक शक्तियां नष्ट होती हैं और सकारात्मक शक्तियां सक्रिय होती हैं।

* नवग्रह दोष करें दूर : नव ग्रहों की खराब दशा से बचने के लिए भी मोर का पंख आपकी मदद कर सकता है। घर में अलग अलग स्थान पर मोर का पंख रखने से घर का वास्तु दोष दूर होता है।

* बच्चा जिद्दी हो तो : यदि आपका लाल जिद्दी हो गया हो तो उसकी यह बुरी आदत छुड़ाने के लिए हर दिन उसे मोरपंखी से हवा दे और मन ही मन उसके हठ को दूर करने की विनती करे।

* कालसर्प दोष से मुक्ति : काल-सर्प के दोष को भी दूर करने की इस मोर के पंख में अद्भुत क्षमता है।काल-सर्प वाले व्यक्ति को अपने तकिये के खौल के अंदर 7 मोर के पंख सोमवार रात्री काल में डालें तथा प्रतिदिन इसी तकिये का प्रयोग करे। बैड रूम की पश्चिम दीवार पर मोर के पंख का पंखा जिसमे कम से कम 11 मोर के पंख तो हों लगा देने से काल सर्प दोष के कारण आयी बाधा दूर होती है

* दुश्मन को बनाये दोस्त : अगर आप किसी शत्रु से परेशान हैं, तो मोर के पंख पर हनुमान जी के मस्तक के सिंदूर से मंगलवार या फिर शनिवार को उसका नाम लिखकर अपने घर के मंदिर में रात भर रखें। अगली सुबह उठकर बगैर नहाए उसे चलते पानी में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आपका शत्रु भी आपसे मित्रता का व्यवहार करने लगेगा।

* भाग्य बनाये प्रबल : जो ब्यक्ति अपने साथ हमेशा मोरपंख रखता हैं उसके साथ कभी कोई दुर्घटना नहीं होती हैं। मोरपंख सदैव अपने पास रखने से आपका भाग्य प्रबल हो जाता हैं और किसी भी दुर्घटना का भाग नहीं बनते हो।