आज के युग में सब वाहन का सुख पाना चाहते है और सब के पास वाहन मिल भी जायेगा पर बहुत से जातक ही जो की हर वर्ष या हर महीने कुछ ना कुछ दुर्घटनाओं से सामना करना पड़ता है आज हम आपको दुर्घटनाओं से बचने के कुछ उपाय बताने जा रहे है जिन्हें आप करके दुर्घटनाओं से बच सकते है।
* बार-बार दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हों तो पीपल के पत्ते पर 7 चुटकी काले तिल और 1 चुटकी नमक डालें। शाम के समय सामग्री सामने रखकर 3 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। फिर सामग्री को घर के बाहर ले जाकर जला दें। उस राख से वाहन पर स्वस्तिक बनाएं।
* दूध पीकर यात्रा नहीं करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि दूध पीने बाद कुल्ला अवश्य करके ही घर से बाहर निकलें।
* दुर्घटना से बचने के लिए घर से निकलते वक्त मुंह मीठा करके न निकलें।
* दुर्घटना से बचाव के लिए हनुमान मंदिर में मंगलवार को सिंदूर चढ़ाएं। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कोई पीछे से आपको रोक-टोक न करें।
* हनुमान मंदिर में मिट्टी के दीये में चमेली के तेल का दीपक जलाएं। पक्षियों को लाल मसूर खिलाएं। हनुमान मंदिर से कलाई पर मौली बंधवाएं। हनुमानजी के मंदिर में गुड़-चने का प्रसाद बांटें।
* कहीं भी घर से बाहर या यात्रा पर जाते समय छींक आए तो कुछ देर रूककर या पानी पीकर पुन: प्रस्थान करें। अगर बिल्ली रास्ता काट जाए तो थोड़ा रूक जाए फिर जाने से मार्ग में आनेवाली परेशानी दूर होगी।
* बार बार किसी जातक की दुर्घटना हो रही हो तो स्वर्णदान, गौ दान करने से भी ग्रहों द्वारा जनित तथा उपरी बाधा, किये कराये आदि द्वारा अनिष्ट की शांति हो जाती है।
* दुर्घटना से बचाव के लिए श्री हनुमान मंदिर में मंगलवार को सिंदूर चढ़ाएं व् श्री हनुमान जी के चित्र पर लाल फूल चढ़ाएं और श्री हनुमान जी के सामने कर्पूर जलाएं साथ में नारियल पर मौली लपेटकर श्री हनुमान मंदिर में भी चढ़ाएं। यह सब करते हुए इस बात का ध्यान रखें की कोई पीछे से आपको रोक – टोक कदापि न करें।