जीवन के सभी कार्यों में अहम होती है ग्रहों की भूमिका, जानें किस तरह बनाए इन्हें अपने अनुकूल

हर व्यक्ति की कामना होती है कि उसके जीवन में कभी भी दुखों का वास ना हो और हर कार्य शुभ और मंगल हो। ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति के जीवन में होने वाले शुभ-अशुभ कार्यों की निर्भरता पूर्ण रूप से ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करती हैं। जी हाँ, ग्रहों की स्थिति ही यह निश्चित करती है कि आपका समय कैसा व्यतीत होगा। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि ग्रहों की स्थिति को अपने अनुकूल बनाने के प्रयास किए जाए। इसलिए आज हम आपके लिए ग्रहों की स्थिति से होने वाले कार्योंपर पड़ने वाले प्रभाव और इन्हें अपने अनुकूल बनाने के तरीके से जुड़ी जानकारी लेकर आए हैं। तो आइये जानते है इसके बारे में।

कब घर में शुभ कार्य सरलता से होते हैं

- मंगल ग्रह के अनुकूल होने पर शुभ कार्य आसानी से हो जाते हैं।
- चन्द्रमा की शुभ दशा होने पर भी मंगल कार्य होते हैं।
- बृहस्पति के कुंडली में शुभ होने पर भी मंगल कार्यों का संयोग बनता है।
- साढ़े साती या ढैय्या के उतरने पर भी शुभ कार्यों की स्थिति बनती है।
- किसी संत महात्मा के आशीर्वाद मिलने पर भी ऐसा होता है।

कब घर में मंगल कार्य नहीं होते

- जीवन में शनि की दशा चलने पर मुश्किल आती है।
- कुंडली में राहु का प्रभाव ख़राब होने पर मंगल कार्य नहीं होते हैं।
- बृहस्पति के अशुभ होने पर भी मंगल कार्य नहीं होते हैं।
- घर में नियमित कलह क्लेश होने पर भी शुभ कार्यों के योग नहीं बनते हैं।
- घर के मुख्य द्वार के ख़राब होने पर भी ऐसी स्थिति बनती है।

घर में मंगल कार्य कराने के उपाय

- घर में पूजा का स्थान बनाएं और नियमित तौर पर पूजा उपासना करें।
- घर में सप्ताह में एक बार सामूहिक पूजा जरूर करें।
- घर में कलह क्लेश कम से कम करें।
- घर के मुख्य द्वार पर नियमित बंदनवार लगाएं।
- घर में नियमित भजन कीर्तन की ध्वनि आती रहे तो उत्तम होगा।