मनुष्य के जीवन के सही समय का निर्धारण व्यक्ति की कुंडली में स्थित ग्रहों की वर्तमान दशा पर निर्भर करता हैं। अगर ग्रहों की दशा अनुकूल हो तो समय शुभ और प्रतिकूल हो तो समय अशुभ बना रहता हैं। ग्रहों की बुरी दशा के चलते व्यक्ति को कभी-कभार बहुत बुरे समय का सामना करना पड़ता हैं और इसके लिए जरूरत होती है तो कि कुछ उपायों के द्वारा ग्रहों को अपने अनुकूल बनाया जाए। आज हम आपको कुछ ऐसे ही उपाय बताने जा रहे हैं जिन के द्वारा आप आपकी कुंडली में स्थित ग्रहों की स्थिति अनुकूल बनाए। तो आइये देखते हैं उन उपायों के बारे में।
* सूर्य सूर्य ग्रह को अपने अनुकूल करने के लिए बहते पानी में गुड़ बहाएं। सूर्य को जल दें, पिता की सेवा करें या गेहूं और तांबे का बर्तन दान करें।
* चंद्र चंद्र को अपने अनुसार चलाने के लिए किसी मंदिर में कुछ दिन कच्चा दूध और चावल रखें या खीर-बर्फी का दान करें या माता की सेवा करें, या दूध या पानी से भरा बर्तन रात को सिरहाने रखें। सुबह उस दूध या पानी से किसी कांटेदार पेड़ की जड़ में डालें या चन्द्र के लिए चावल, दूध एवं चान्दी के वस्तुएं दान करें।
* मंगल इस ग्रह के लिए बहते पानी में तिल और गुड़ से बनी रेवाडि़यां प्रवाहित करें। बरगद के वृक्ष की जड़ में मीठा कच्चा दूध 43 दिन लगातार डालें। उस दूध से भिगी मिट्टी का तिलक लगाएं या 8 मंगलवार बंदरो को भुना हुआ गुड और चने खिलाएं या बड़े भाई बहन के सेवा करें, मंगल के लिए साबुत, मसूर की दाल दान करें।
* बुध इस ग्रह की शांति के लिए तांबे के पैसे में सूराख करके बहते पानी में बहाएं। फिटकरी से दन्त साफ करें, अपना आचरण ठीक रखें, बुध के लिए साबुत मूंग का दान करें। मां दुर्गा की आराधना करें।
* बृहस्पति केसर का तिलक रोजाना लगाए या कुछ मात्रा में केसर खाएं और नाभि या जीभ पर लगाएं या बृ्हस्पति के लिए चने की दाल या पिली वस्तु दान करें।
* शुक्र गाय की सेवा करें और घर तथा शरीर को साफ-सुथरा रखें या काली गाय को हरा चारा डालें। शुक्र के लिए दही, घी, कपूर आदि का दान करें।
* शनि बहते पानी में रोजाना नारियल बहाएं। शनि के दिन पीपल पर तेल का दिया जलाएं या किसी बर्तन में तेल लेकर उसमें अपना छवि देखें और बर्तन तेल के साथ दान करें क्योंकि शनि देव तेल के दान से अधिक प्रसन्न होते हैं। हनुमान जी की पूजा करें और बजरंग बाण का पाठ करें। शनि के लिए काले साबुत उड़द एवं लोहे की वस्तु का दान करें।
* राहु जौ या मूली या काली सरसों का दान करें या अपने सिरहाने रख कर अगले दिन बहते हुए पानी में बहाएं।
* केतु मिट्टी के बने तंदूर में मीठी रोटी बनाक 48 दिन कुत्तों को खिलाएं। सवा किलो आटे को भुनकर उसमे गुड का चूरा मिला दें और 43 दिन तक लगातार चींटियों को डाले या काला-सफ़ेद कम्बल कोढियों को दान करें। आर्थिक नुकसान से बचने के लिए रोज कौओं को रोटी खिलाएं। काले तिल भी दान कर सकते हैं।