धार्मिक शास्त्रों में वर्णित है ये उपाय जिनसे होती है कुबेर के धन की प्राप्ति, करने से मिलेगा फायदा

हर इंसान अपने मन में यह चाहत रखता है कि उसको अपने जीवन में अपार धन की प्राप्ति हो और वह उसके जीवन की हर भौतिक इच्छा को पूरी कर सकें। इस कामना को पूर्ण करने के लिए ही व्यक्ति लक्ष्मी और कुबेर की पूजा करता हैं और उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करता हैं। आपकी इस कामना की पूर्ती के लिए ही आज हम आपके लिए लेकर आए हैं धार्मिक शास्त्रों में वर्णित कुछ ऐसे उपाय जो आपको कुबेर के धन की प्राप्ति करवाए। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

* मां लक्ष्मी को सफेद पदार्थ जैसे चावल से बनी खीर और यथासंभव दूध से बने पकवानों का भोग लगाएं।

* विष्णु लक्ष्मी मंदिर में हर सोमवार लाल रंग के फूल अथवा कमल फूलों की माला अर्पित करें।

* लक्ष्मी मंदिर में झाड़ू का दान करें। लक्ष्मी मंदिर में गुलाब की सुगंध वाली अगरबत्ती का दान करें।

* अपने घर की सुख-शांति व शुद्धता के लिए कम से कम साल में दो बार हवन जरूर करवाना चाहिए।

* घर में सुबह शाम मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने पर जल्द से जल्द मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बरसाती हैं।

* सोमवार को माता लक्ष्मी के मंदिर जाकर शंख, कौड़ी, कमल, मखाना, बताशा मां को अर्पित करें। ये सब महालक्ष्मी को बहुत प्रिय हैं।

* गज लक्ष्मी मां की उपासना करने से संपत्ति और संतान की प्राप्ति होती है। वीर लक्ष्मी माता की उपासना सौभाग्य के साथ स्वास्थ्य भी देने वाली होती है। शुक्रवार के दिन विधान से इनका पूजन करें।

* प्रत्येक सप्ताह घर में फर्श पर पोचा लगते समय थोडा सा समुंदरी नमक मिला लिया करें ऐसा करने से घर में होने वाले झगरे कम होते हैं। इसके अतिरिक्त यह भी लाभ मिलता है आपको नहीं मालूम की आपके घर में आने वाला अतिथि कहाँ से आया है, तथा उसके मन में आपके प्रति क्या विचार है,नमक मिले पानी से पोचा लगाने से सारी नकारात्मक उर्जा समाप्त हो जाती है।

* प्रात: उठ कर गृह लक्ष्मी यदि मुख्य द्वार पर एक गिलास अथवा लोटा जल डाले तो माँ लक्ष्मी के आने का मार्ग प्रशस्त होता है।

* यदि आप चाहतें हैंकि घर में सुख शांति बनी रहे तथा आप आर्थिक रूप से समर्थ रहें तो प्रत्येक अमावस्या को अपने घर की पूर्ण सफाई करवा दें। जितना भी फ़ालतू सामान इकठा हुआ हो उसे क्बारी को बेच दें अथवा बाहर फेंक दें ,सफाई के बाद पांच अगरबती घर के मंदिर में लगायें।