चाहते हुए भी नहीं बिक पा रही है आपकी प्रॉपर्टी, ले इन ज्योतिषीय उपायों की मदद

आपने अक्सर किसी दुकान या मकान के लिए देखा होगा कि वह लम्बे समय तक सिर्फ खंडहर बनकर पड़ा हुआ होता हैं और उसका मालिक उसे बेचना चाहते हुए भी नहीं बेच पाता हैं। जी हाँ, कई भूमि ऐसी होती है जो लम्बे इंतजार के बाद भी नहीं बिक पाती है और इस वजह से उसका मालिक परेशानी होता रहता हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे ज्योतिषीय उपाय बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आपकी नहीं बिक पा रही है प्रॉपर्टी को बेचने के संयोग मिलते हैं। तो आइये जानते है इन उपायों के बारे में।

* अपने घर के निकट किसी भी हनुमान मंदिर जाएं और उधर सिन्दूर लगे हनुमान जी की मूर्ती पर से सिन्दूर लें और माता सीता के चरणों में लगा दें। इसके बाद माता सीता से पूर्ण भक्ति के साथ प्रार्थना करें और घर आजाएं। ऐसा कुछ दिनों तक करें और आपको जल्द ही चमत्कारिक असर देखने को मिलेगा।

* एक लाल रंग के लिफाफे में जिस मकान या दुकान को आपने बेचना है उसकी एक कील रख कर उसे बहते हुए पानी / नदी में प्रवाहित कर दें और यदि आपको कोई जमीन बेचनी है तो उसकी थोड़ी से मिटटी को लेकर उस लिफाफे में डालकर प्रवाहित कर दें। इस उपाय को करते समय वास्तु पुरुष से अपनी उस संपत्ति को अच्छे दामो में बेचने के लिए प्रार्थना करते रहे। यह उपाय बिना किसी को भी बताये हुए बिलकुल चुपचाप करना चाहिए।

* अगर कोई भूखंड, प्लाट, मकान, इंडस्ट्री न बिकता हो तो सवा मीटर सफेद कपड़ा जिस प्रॉपर्टी को बेचना है उसके ईशान कोण (उत्तर पूर्व) कोने में बिछाएं। उसके ऊपर एक एलोवेरा (ग्वारपाठा) का प्लांट अच्छी तरह धो कर रख दें। एक वास्तु यंत्र, एक वास्तु दोष निवारण मंत्र भी रखें। (यह पूजा मंगलवार या शनिवार रात्रि 9 बजे को करनी है), यंत्र, गवार पाठे की रोली, जल मौली, चावल, सिंदूर, मीठे से पूजा करने के बाद नीचे लिखे मंत्र का 108 बार जाप करें।

* मंगल को भूमि तो शनि को निर्माण का कारक माना गया है। इसलिए जब भी दशा/अन्तर्दशा में मंगल व शनि का संबंध चतुर्थ/चतुर्थेश से बनता है, तब व्यक्ति अपना घर बनाता है, वह अगर अपनी कोई सम्पति बेचने चाहे तो उसे अच्छा मूल्य मिलता है, उसे भूमि, प्रापर्टी डीलिंग के कार्यों में श्रेष्ठ सफलता मिलती है,उसकी अपनी सम्पति भी अच्छे दामों में बिक जाती है।

* रविवार या सोमवार के दिन बाजार से तीन झाड़ू खरीदकर लाएं। अगले दिन ब्रह्म मुहूर्त में सभी नित्य क्रियाओं से निवृत्त होकर पवित्र हो जाएं। इसके बाद अपने घर के आसपास किसी मंदिर में वह तीनों झाड़ू रख आएं। ध्यान रहे झाड़ू ले जाते समय और मंदिर रखते समय आपको कोई देखे नहीं। यदि किसी ने आपको देख लिया तो इस उपाय का प्रभाव समाप्त होने संभावना रहती है।