ग्रहण का दिन बन सकता हैं परेशानी का कारण, ये सावधानियाँ बरतना बहुत जरूरी

आज मंगलवार का दिन हैं और आज ही साल का दूसरा सूर्यग्रहण भी हैं जो रात को शुरू होगा। पुराणों में सूर्यग्रहण से जुड़ी कई बातें बताई गई हैं जो आपके लिए शुभ और अशुभ दोनों रहती हैं। ग्रहण तो रात को लगना हैं लेकिन इससे पहले ही ग्रहण का सूतक लग जाता हैं। सूतक के समय में आप जो भी काम करते हैं उस पर सावधानी बरतने की जरूरत होती हैं। इसलिए आज हम आपके लिए सूतक के दौरान किये जाने और वर्जित कामों की जानकारी लेकर आए हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

ग्रहण के दौरान कभी न करें ये काम

- ग्रहण में भगवान के मंदिर में न जाए और न ही घर स्थित मंदिर में पूजा करें।
- भगवान को स्पर्श न करें। भगवान के मंदिर को किसी पर्दे से ढक दें।
- सूतक लगते ही कुछ भी न खाएं। कोशिश करें की पानी का भी परहेज करें।
- सूतक के दौरान मल-मूत्र त्याग करना भी मना है, लेकिन बच्चो, बूढ़ों और बीमार लोगों के लिए इसमें छूट है।
- सूतक लगने के बाद ही अपने बिस्तर से उठ जाएं। इस दौरान सोना भी मना होता है।
- सूतक में कभी भी प्रेम या संबंध बनाने से बचें।
- अगर आप गर्भवती हैं तो आप अपने हाथ में चाकू-कैंची या कोई भी धारदार चीज न लें। न ही कुछ काटने का प्रयास करें।
- गर्भवती महिला ग्रहण के दौरा कोशिश करे खड़ी रहे, लेटना या हाथ-पैर मोड़ कर न बैठें।

ग्रहण के दौरान क्या करें

- सूर्य ग्रहण लगने से कई घंटे पहले सूतक लग जाता है। इस दौरान घर में भी भगवान के मंदिर को ढक देना चाहिए।
- सूतक के दौरान भी नहाना चाहिए और जब ग्रहण हट जाए तो भी नहाना जरूरी होता है।
- सूतक लगते ही आप प्रभु के भजन-कीर्तन आदि करते रहें।
- गर्भवती महिलाएं अपने लंबाई के बराबर एक कुश लें। यदि कुश न हो तो कोई सीधा डंडा लेकर उसे कोने में खड़ा कर दें। इससे यदि वह ग्रहण में बैठना या लेटना चाहें तो लेट सकेंगी।
- ग्रहण में कोशिश करें बचे हुए सारे खाने में तुलसी के पत्ते डाल दें।
- ग्रहण के समय अनाज छू कर उसे दान करना चाहिए।