इत्र एक सुगंधित द्रव हैं जो सौंदर्य प्रसाधन के रूप में काम में लिया जाता हैं। इत्र का इस्तेमाल प्राचीन समय से होता आया हैं। सुंदर प्रसाधन के अलावा इत्र का धार्मिक और मनोवैज्ञानिक महत्व भी हैं। भगवान की पूजा में भी इत्र का प्रयोग किया जाता हैं। खासकर लक्ष्मी पूजन में। इत्र जिस तरह अपनी मधुर सुगंध हवा में फैलता हैं। उसी तरह रिश्तों में मधुरता लाने में भी इत्र का बहुत बड़ा योगदान होता हैं। इसलिए आज हम आपको इत्र से जुड़े कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जिनको अपनाकर आप भी अपने जीवन में मधुरता ला सकते हैं। आइये जानते हैं इत्र से जुड़े उपायों के बारे में।
* यदि आपका जन्म बुधवार या बुध नक्षत्र को हुआ है तो आप बुधवार के दिन चमेली का तेल या चमेली के इत्र को पीपल के पेड़ पर छिड़के। इससे इस नक्षत्र के लोगों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।
* प्रतिदिन घर से निकलने वक्त अपनी नाभि में चंदन, गुलाब व मोगरे का इत्र लगाएं, इससे संपन्नता और वैभव बढ़ता जाएगा।
* चंदन व मोगरे का इत्र नाभि में लगाने से माइग्रेन, सिरदर्द, क्रोध और नींद से संबंधित समस्याएं छू मंतर हो जाती हैं।
* यदि आपको अचानक धन का नुकसान होता है, तो आप सात शुक्रवार को किन्हीं सात सुहागिनों को अपनी पत्नी के माध्यम से लाल वस्तु उपहार में दें और यदि उपहार में इत्र भी हो तो इस प्रयोग तत्काल ही लाभ मिलता है।
* यदि आप अपने ऑफिस के लोगों पर प्रभाव डालना चाहते हैं कि आप मोगरा, रातरानी या चंदन का इस्तेमाल करेंगे तो सभी आपसे खुश रहेंगे।
* धन वृद्धि के लिए तिजोरी का मुंह सदैव उत्तर या पूर्व दिशा में ही होना चाहिए तथा जहां पर पैसे रखते हों वहां पर सुगंधित दृव्य या इत्र, परफ्यूम आदि नहीं रखने चाहिए।
* पैसों की तंगी दूर करने के लिए तंत्र शास्त्र के अनुसार 21 मंगलवार तक हनुमान जी को चमेली का तेल, केवड़े का इत्र और 5 गुलाब के फूल चढ़ाएं। इस उपाय को चुपचाप बिना किसी को बताए करेंगे तो अधिक प्रभावी सिद्ध होंगे। अत: इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
* दीपावली पर महालक्ष्मीजी की पूजा के समय मां को एक इत्र की शीशी चढ़ाएं। उसमें से एक फुलेल लेकर मां को अर्पित करें। फिर पूजा के पश्चात् उसी शीशी में से थोड़ा इत्र स्वयं को लगा लें। इसके बाद रोजाना इसी इत्र में से थोड़ा-सा लगा कर कार्य स्थल पर जाएं तो रोजगार में वृद्धि होने लगती है।
* यदि आप चाहते हैं कि आपका पर्स हमेशा नोटो से भरा रहे तो आप अपने भूरे रंग के पर्स में दस रुपए के दो और 20 रुपए का दो नोट चंदन का इत्र लगाकर रखें।
* श्वेत वस्त्र धारण करके किसी भी देव-स्थल पर लाल गुलाब व चमेली का इत्र अर्पित करें। प्रेम-विवाह में लाभ होगा।
* राहु की हरकतों को शांत करने के लिए जल में चंदन का इत्र डालकर उससे नहाएं। इससे राहु कुछ हद तक शुभ असर देने लगेगा। आपका बाथरूप और टॉयलेट एकदम साफ सुधरा है और उसका प्रभाव घर के अन्य किसी रूप में नहीं पड़ता है तो इससे भी राहु का अशुभ प्रभाव नहीं होगा।