दीवारों पर पेंसिल से बने निशान बढाते है उधारी, जानें ऐसे ही कुछ और वास्तु टिप्स

अक्सर देखा गया है कि व्यक्ति के जीवन में सभी चीजें सहीं होने पर भी कहीं ना कहीं कार्यं में व्यवधान आते ही रहते हैं, जिसकी मुख्य वजह बनती है घर में उपस्थित वास्तुदोष। जी हाँ, घर में उपस्थित वास्तुदोष जीवन में दरिद्रता और तंगहाली लेकर आता हैं। इसलिए अज हम आपको कुछ ऐसे काम बताने जा रहे हैं जिनकी वजह से वास्तुदोष कि स्थिति उत्पन्न होती हैं। तो आइये जानते है इनके बारे में ताकि आपके जीवन में आई दिक्कतें दूर हो सकें।

* अगर आपको घर में बरकत चाहिए तो आज ही सूर्यास्त के समय किसी को भी दूध, दही और प्याज ना दें।

* भगवान को चढ़ाई फूलमाला सूख जाने के बाद भी लोग इसे मंदिर से हटाना नहीं भूलते हैं। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। इसलिए सूर्यास्त से पूर्व संध्या वंदना के दौरान इन फूलों को मंदिर से हटा देना चाहिए।

* बाथरुम टॉयलेट का दरवाजा भूलकर भी अनावश्यक खुला नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर-दुकान में पैसों का नुकसान होता रहता है।

* कूड़ेदान को कभी भी घर के मुख्य दरवाजे पर ना रखें। ऐसा करने से आपके पड़ोसी से आपकी अच्छी बनेगी।

* भगवान विष्णु को तुलसी के सुखे पत्ते कभी भी अर्पित ना करें, ऐसा करने से अशुभता का ही वास होता है।

* वास्तु के अनुसार जिस अलमारी या तिजोरी में धन-दौलत रखी हो, उसके पीछे या उससे सटाकर झाडू को न रखें। इससे धन हानि होती है।

* घर या मंदिर में दीपक जलाते समय हमेशा ध्यान रखें कि दीपक थोड़ा सा भी खंडित नहीं हो। खंडित दीपक को दोबारा प्रज्जवलित नहीं करें। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।

* बच्चों को दीवारों पर चॉक, पैंसिल से लकीरें न बनाने दें। वास्तु के अनुसार इससे खर्च और उधारी बढ़ती है।

* घर या फिर मंदिर में कभी खंडित मूर्ति नहीं रखें। यदि आप अपने घर के मंदिर में कोई खंडित देव प्रतिमा रखें है तो उसे तुरंत नदी में प्रवाहित कर दें या फिर किसी पीपल वृक्ष के नीचे रख आएं।

* घर की दक्षिण दिशा में एक्वेरियम या पानी से संबंधित कोई प्रतिमा या शो-पीस नहीं रखनी चाहिए। इससे धन का आगमन कम और खर्चे अधिक होते हैं।

* रसोईघर में दवाईयां नहीं रखनी चाहिए। वास्तु के अनुसार ये आदत बिल्कुल गलत हैं। यदि ऐसा किया जाए तो पारिवारिक सदस्यों की सेहत में उतार-चढ़ाव होता रहता है।