हर व्यक्ति अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए कोई न कोई कार्य करता ही रहता है, ताकि वो अपनी निजी और सामजिक जरूरतों को पूरा कर सके, साथ ही अपने कर्तव्यों का निर्वाह भी कर सके, किन्तु कई बार ऐसा होता है कि उनके कार्य संपन्न नही होते और वे अटके रहते है। इस स्थिति में आपका निराश हो जाना स्वाभाविक है। किन्तु आज हम आपको कुछ ऐसे उपायों से अवगत करा रहे है जिनको अपनाने से आपको आपकी हर ख़ुशी मिलेगी, साथ ही आपके हर अटके हुए कार्य भी पूर्ण होंगे। अपने कार्यो की पूर्ति के लिए आप निम्न दिए उपायों का पुरे मन से अनुसरण करे।
* आप मिट्टी के बने हुए शेर को बुधवार के दिन दुर्गा माता के मंदिर में चढ़ा आयें। आपके सभी कार्य पुरें होंगे।
* आप हर बुधवार के दिन एक कटोरी चावल का दान किसी गरीब व्यक्ति को करें। आप इस उपाय को कम से कम एक साल की अवधि तक अवश्य करें। साथ ही आप हर बुधवार के दिन गणेश जी को एक सुपारी भी अर्पित करें, सुपारी गणेश जी को अति प्रिय है और इससे प्रसन्न होकर वे आपके सभी कार्यो को सिद्ध करते है।
* रविवार के दिन भैरो जी के मंदिर में जाइये और वहां आप सिंदूर का चोला चढ़ा कर बटुक भैरो स्त्रोत का एक पाठ करे। पाठ के खत्म हो जाने के बाद आप गाय, कुत्ते और कौए को उनकी पसंद का खाना खिलाये। ऐसा आप वर्ष में सिर्फ 4 – 5 बार करें। आपके सारे अटके हुए कार्य जरुर पूर्ण होंगे।
* जिस मटके से घर के सभी सदस्य पानी पीते हो उस मटके, उस मटके से सुबह जल्दी उठ कर एक लोटा पानी भर ले और उसे पुरे घर की छत पर छिड़क दे। ध्यान रहे के जब आप ये कर रहे हो तो आप कुछ ना बोले और मन में ॐ शांति मंत्र का जाप करते रहे।
* किसी शनिवार के दिन आप 1 रूपये का सिक्का या फिर थोडा सरसों का तेल लें और उसे किसी कोढ़ी को दान में दे दें। ऐसा करने से आपके कार्यो को पूर्णता मिलती है।
* आप थोडा शुद्ध गुड ले और उसे चमेली के तेल के साथ मिला लें, इसके बाद आप उसे मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में अर्पित कर आयें। आपके सारे अटके हुए कार्य पुरे होने लगेंगे।
* आप एक नया लाल सूती कपडा ले और उसमे एक जटायुक्त नारियल को बाँध दे। इसके बाद आप ईश्वर का स्मरण करते हुए उस नारियल से अपनी मनोकामना को 7 बार कहते हुए प्रार्थना करे। इसके बाद आप उस नारियल को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दे।